Animal Childbed Fever मौसम के हिसाब से प्लान होने वाले गाय-भैंस के बच्चे के लिए अक्टूबर का महीना सुराक्षित माना जाता है. कड़ाके की सर्दियां शुरू होने से पहले पशुपालक सितम्बर से लेकर अक्टूबर तक गाय-भैंस से बच्चा ले लेते हैं. लेकिन इसके लिए ये भी जरूरी है कि बच्चा होने के दौरान गाय-भैंस को प्रसूति ज्वर से भी बचाया जाए. वैसे तो प्रसूति ज्वर किसी भी मौसम में हो सकता है, लेकिन हमेशा होता बच्चा होने के बाद ही है. इसका मौसम से कोई संबंध नहीं है.
सेंट्रल बफैलो रिसर्च इंस्टीट्यूट (CIRB), हिसार हरियाणा के रिटायर्ड साइंटिस्ट डॉ. सज्जन सिंह ने किसान तक (Kisan Tak) को बताया कि जब भी गाय-भैंस बच्चा दे तो अलर्ट रहें. हालांकि देखा ये गया है कि कुछ पशुपालक बच्चा होने के बाद गाय-भैंस की देखभाल और खाने-पीने की तरफ से बेफ्रिक हो जाते हैं. जबकि ये तरीका गलत है.
ये कोई जरूरी नहीं है कि बच्चा होने के दो-तीन दिन बाद ही ये बुखर हो. कई बार तो 15 दिन बाद भी पशु प्रसूति ज्वर से पीड़ित हो जाते हैं. बफैलो साइंटिस्ट के मुताबिक जब भी गाय-भैंस बच्चा दे तो अलर्ट रहें. हालांकि कुछ पशुपालक बच्चा होने के बाद देखभाल और खाने-पीने की तरफ से बेफ्रिकक हो जाते हैं.
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