नई तकनीक की मदद से पुंगनूर गाय के इस बछड़े को जन्म दिया गया है.Animal Calf Care in Winter ऐसा नहीं है कि दूध देने वाली गाय-भैंस ही पशुपालक को प्यारी होती है. गाय-भैंस का बछड़ा भी उतना ही प्यारा होता है, और अगर कहीं बछड़ा फीमेल है तो पशुपालक उसकी और ज्यादा देखभाल करता है. क्योंकि पशुपालन में बछड़ों की बहुत अहमियत होती है. दूध के साथ-साथ बछड़ा भी इनकम का बड़ा साधन होता है. बछड़ा बड़ा किया तो दूध देगा या फिर मीट के लिए तैयार हो जाएगा. और अगर एक साल की उम्र तक बड़ा करने के बाद भी बेचा तो अच्छे दाम मिलेंगे.
एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि पशुपालन और डेयरी में बछड़े के जन्म को बड़े मुनाफे के तौर पर देखा जाता है. यही वजह है कि गाय-भैंस पर रिसर्च करने वाले बड़े-बड़े संस्थान से लेकर एनिमल एक्सपर्ट तक सर्दियों के मौसम में बछड़ों की खास देखभाल करने की सलाह देते हैं. बछड़ों की देखभाल से जुड़े ऐसे ही कुछ 12 टिप्स इस खबर में हम आपको बता रहे हैं.
जन्म से लेकर 6-8 महीने बछड़ों को बहुत देखभाल की जरूरत होती है. एनीमल एक्सपर्ट का कहना है कि हर बदलते मौसम में बछड़ों को खास देखभाल चाहिए होती है. सर्दी के मौसम में ये देखभाल बहुत जरूरी हो जाती है. अगर बदलते मौसम में पशु को किसी भी तरह का तनाव होता है तो मान लिजिए कि उसकी ग्रोथ पर इसका सीधा असर पड़ेगा.
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