दूध उत्पादन के मामले में भारत ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. कुल दूध उत्पादन सालाना 23 करोड़ टन से बढ़कर 24 करोड़ टन हो गया है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक बना हुआ है. हालांकि चिंताजनक बात ये है कि बीते कुछ साल से जिस तेज रफ्तार से कुल दूध उत्पादन बढ़ रहा था उस रफ्तार में कुछ कमी आई है. कुल दूध उत्पादन में चार फीसद की बढ़ोतरी हुई है. जबकि पांच साल पहले ही करीब साढ़े छह फीसद की बढ़ोतरी हुई थी. दूसरी ओर, सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक भैंसों का दूध उत्पादन घट गया है. ये बेहद चिंताजनक बात है.
नेशनल मिल्क डे के मौके पर केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने दूध उत्पादन से जुड़े कुछ आंकड़े जारी किए हैं. बताया जा रहा है कि ये आंकड़े एक सर्वे के आधार पर जारी किए गए हैं. सर्वे के मुताबिक गायों का दूध उत्पादन बढ़ा है. लेकिन कुल मिलाकर दूध उत्पादन से जुड़ी ये खबर खासी परेशान करने वाली है.
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गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता का कहना है कि पिछले वित्त वर्ष में वार्षिक दूध उत्पादन में चार फीसद की अच्छी बढ़ोतरी हुई थी. बीते 10 साल की औसत बढ़ोतरी करीब छह फीसद रही है, जो विश्व के औसत से कहीं ज्यादा है. मेहता का कहना है कि दूध उत्पादन मानसून की बारिश सहित कई दूसरी वजहों पर निर्भर करता है.
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