Egg Production: अंडों के लिए की जाती है लेयर पोल्ट्री फार्मिंग, ऐसे तैयार किए जाते हैं चूजे Egg Production: अंडों के लिए की जाती है लेयर पोल्ट्री फार्मिंग, ऐसे तैयार किए जाते हैं चूजे
Egg Laying Poultry Bird आमलेट बनाने में खासतौर से दो तरह के अंडों का इस्तेमाल किया जाता है. एक सफेद और दूसरा ब्राउन कलर का. सफेद अंडा सस्ता और ब्राउन महंगा होता है. बाजार में दोनों ही अंडों की खासी डिमांड रहती है. सफेद अंडा देने वाली मुर्गी और ब्राउन अंडा देने वाली मुर्गी ज्यादा फीड खाती है. बाजार की डिमांड के हिसाब सफेद या ब्राउन अंडा देने वाली मुर्गी का पालन किया जा सकता है.
नासिर हुसैन - New Delhi,
- Jul 08, 2025,
- Updated Jul 08, 2025, 11:40 AM IST
Egg Laying Poultry Bird अंडे और चिकन के लिए अलग-अलग नस्ल की मुर्गियां पाली जाती हैं. जैसे अंडों के लिए भी दो तरह की मुर्गी होती हैं. एक वो जो सफेद अंडे देती हैं और दूसरी वो जो ब्राउन अंडे देती हैं. हमेशा मार्केट की डिमांड के हिसाब से नस्ल का चुनाव किया जाता है. पोल्ट्री एक्सपर्ट के मुताबिक अंडे के लिए चूजों को पहले पांच से छह महीने तक पाला जाता है. तब वो अंडा देने के लिए तैयार होते हैं. इस दौरान फीड, पानी, केज और लाइट तक का खास ख्याल रखा जाता है. वहीं एक चूजा जब साढ़े चार से साढ़े पांच महीने की उम्र पर पहुंच जाता है तो वो अंडा देना शुरू कर देता है. और दो साल की उम्र तक अच्छी तरह ज्यादा से ज्यादा अंडे देता है.
इसके बाद मोल्टिंंग पर लगाने के बाद फिर से कुछ दिनों तक अच्छी संख्या में अंडे लिए जा सकते हैं. इस तरह की मुर्गियों से अंडे लेने के लिए केज में मुर्गे की जरूरत नहीं होती है. मुर्गी 18 से 20 अंडे देने के लिए करीब सवा दो किलो फीड खाती है. सफ़ेद अंडे के लिए ईसा व्हाइट, लोहमैन व्हाइट, हाई सेक्स व्हाइट मुर्गियां पाली जा सकती हैं. वहीं ब्राउन अंडों के लिए ईसा ब्राउन, लोहमैन ब्राउन, हाई लाइन ब्राउन मुर्गियां.
मुर्गियों के केज का ऐसे रखें ख्याल
- केज में लगे हीटिंग, फीडर और ड्रिंकर की साफ-सफाई रखें.
- इलेक्ट्रोलाइट्स के साथ साफ पीने का पानी मुर्गियों को दें.
- चूजों को पहले दिन से लेकर ब्रूडिंग के अंत तक स्टार्टर फीड दें.
- केज में तापमान को मौसम के हिसाब से बनाए रखें.
- चूजे अगर शोर मचा रहे हों तो उन पर नजर रखें.
- चूजों की उम्र और मौसम के हिसाब से केज में लाइट का इंतजाम रखें.
- चूजों के लिए पानी और फीड कम न होने दें.
- केज में हर समय साफ पानी उपलब्ध होना चाहिए.
- मुर्गियां जितना फीड खाती हैं तो उसके मुकाबले 1.5 से 2 गुना पानी पीती हैं.
- गर्मियों के दौरान पानी की ये मात्रा और बढ़ जाती है.
- चूजों के शुरुआती दिनों में उन्हें साफ कागज या कार्डबोर्ड पर फीड खिलाएं.
- साढ़े चार महीने की उम्र पर मुर्गी का वजन 1.4 से 1.55 किलोग्राम होना चाहिए.
- सात से 10 दिनों की उम्र के बीच ऊपरी और निचली चोंच के एक-तिहाई हिस्से को ट्रिम करें.
- तनाव और ब्लीडिंग को कम करने के लिए ट्रिमिंग से पहले और बाद में विटामिन और इलेक्ट्रोलाइट्स दें.
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