बकरियों को बेहद पसंद है बंदगोभी और फूलगोभी की पत्तियां, इन पेड़ों के पत्ते भी खिला सकते हैं
बकरी एक बहुउद्देश्यीय, सरल पशु है जो किसी भी वातावरण में आसानी से ढल सकता है. इतना ही नहीं यह अपनी जीवनशैली और खान-पान की आदतों के कारण सभी का पसंदीदा पशु है. बकरी पालन कर रहे लोग बकरियों की सही ग्रोथ के लिए उसे बंदगोभी और फूलगोभी की पत्तियों के साथ इन पेड़ों के पत्ते भी खिला सकते हैं.
भारत जैसे देशों में पशुपालन व्यवसाय सदियों से चला आ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन आय का मुख्य स्रोत रहा है. ऐसा ही एक बहुत लोकप्रिय व्यवसाय है बकरी पालन व्यवसाय. हमारे देश में बकरियों की कुल संख्या लगभग 12 करोड़ है. दुनिया की कुल बकरियों की आबादी का 20 प्रतिशत हिस्सा केवल भारत में पाया जाता है. जो कि एक बहुत बड़ी संख्या है. बकरी एक बहुउद्देश्यीय, सरल पशु है जो किसी भी वातावरण में आसानी से ढल सकता है. इतना ही नहीं यह अपनी जीवनशैली और खान-पान की आदतों के कारण सभी का पसंदीदा पशु है. बकरी पालन कर रहे लोग बकरियों की सही ग्रोथ के लिए उसे बंदगोभी और फूलगोभी की पत्तियों के साथ इन पेड़ों के पत्ते भी खिला सकते हैं. ये बकरियों को बेहद पसंद भी है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या बकरियों का सही आहार.
बकरियों के लिए सही आहार
ग्रामीण क्षेत्रों में बकरियों को चारा चराकर ही भोजन उपलब्ध कराया जा सकता है.
बकरियों को इधर-उधर घूमना और अपने पिछले पैरों पर खड़े होकर झाड़ियों और छोटे पेड़ों की पत्तियां खाना बहुत पसंद होता है.
अपने ऊपरी होठों की मदद से बकरियां छोटी-छोटी घास और झाड़ियां खा सकती हैं, जिन्हें दूसरे जानवर नहीं खा पाते.
बकरियां अलग-अलग तरह का चारा खा लेती हैं लेकिन वह चारा नहीं खातीं जिसे खुद या दूसरे जानवरों ने गंदा कर दिया हो.
बकरी अपना 70 प्रतिशत समय चरागाह में पत्तियां और झाड़ियां खाते हुए बिताती है.
बकरियां आमतौर पर चारे के रूप में फलीदार फसलें पसंद करती हैं जबकि उन्हें ज्वार, मक्का और भूसा कम पसंद होता है.
सभी तरह के चारे को बकरियों को देने से पहले बंडल में बांधकर लटका देना चाहिए. इसे ऊँचे चबूतरे पर रखना चाहिए और जहां तक संभव हो, उन्हें धूप में रखी पत्तियां देनी चाहिए.
बकरियों को नीम, बेर, रसभरी, आम, जामुन, इमली, पीपल, कटहल, बबूल, महुआ आदि पेड़ों की पत्तियां पसंद होती हैं.
बकरियों को बंदगोभी और फूलगोभी की पत्तियां भी पसंद होती हैं.
हरे चारे के अभाव में उत्पादन बनाए रखने के लिए पूरक आहार दिया जाना चाहिए.
बकरियों को प्रजनन काल, गर्भावस्था के अंतिम महीने में और दूध देने वाली बकरियों को पूरक आहार दिया जाना चाहिए.
बकरी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो कम निवेश में अधिक मुनाफा देता है. इसके साथ ही यह पशुओं को अच्छा वातावरण भी प्रदान करता है. आज के दौर में लोग कई ऐसे जानवर पालते हैं जिनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था उनके लिए बहुत महंगी होती है. वहीं दूसरी ओर बकरी पालन एक सस्ता और टिकाऊ व्यवसाय है जिसमें पालन की कम लागत के कारण आप अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. बकरियों को पालने और बेचने का व्यवसाय आपके लिए बहुत फायदेमंद और उपयोगी साबित हो सकता है.