Water for Animal: बरसात में पशुओं के लिए जानलेवा है खुले में पानी पीने, ये एक काम किया तो नहीं होंगे बीमार

Water for Animal: बरसात में पशुओं के लिए जानलेवा है खुले में पानी पीने, ये एक काम किया तो नहीं होंगे बीमार

Green Fodder and Water for Animal केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (सीआईआरबी), हिसार के रिटायर्ड प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. सज्जन सिंह ने किसान तक को बताया कि बरसात के मौसम में ही पशुओं को कई तरह की बीमारी होती हैं. दूषित चारा खाने से, दूषित पानी पीने से भी पशु बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. खुरपका-मुंहपका, थनेला समेत और तमाम बीमारियां भी इस मौसम में पशुओं को अपने चपेट में ले लेती हैं.

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Water for Animal: बरसात में पशुओं के लिए जानलेवा है खुले में पानी पीने, ये एक काम किया तो नहीं होंगे बीमारThe Greater Chennai Corporation Commissioner shared a video of a cow standing in a canal filled with drain water | Photo: India Today

Green Fodder and Water for Animalबरसात के दौरान पानी जल्दी दूषि‍त होता है. पानी में नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. और जब हमारे पशु चरने जाते वक्त और चराई से लौटते वक्त खुले में ऐसा पानी पीते हैं तो ये बैक्टीरिया उनके शरीर में पहुंच जाते हैं. और इस तरह पशु गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं. यही वजह है कि एनिमल एक्सपर्ट बरसात के दौरान पशुओं को पानी पिलाने में बहुत ज्यादा ऐहतियात बरतने की सलाह देते हैं. इतना ही नहीं हरा चारा खि‍लाने के बारे में भी जरूरी टिप्स दिए जाते हैं. 

पशुओं के लिए क्यों खतरनाक है बारिश का पानी 

  • बरसात के चलते जगह-जगह पानी भर जाता है. 
  • खासतौर पर गांवों की पोखर और तालाब में पानी भर जाता है. 
  • बरसात के इस पानी में कई तरह के कीटाणु पनपने लगते हैं. 
  • मच्छर भी जमा हुए पानी पर लार्वा छोड़ने लगते हैं. 
  • और जब पशु इस पानी को पीता है तो वो बीमार पड़ जाता है. 

पशुओं को पानी पिलाते वक्त क्या करें

  • बरसात के दिनों में पशुओं को खुले में पानी न पिलाएं. 
  • हमेशा से ताजा पानी बाल्टी या किसी और बर्तन में लेकर ही पिलाएं. 
  • बरसात के दिनों में मुमकिन हो तो पशुओं को पानी घर पर ही पिलाएं. 
  • गांव के पोखर और तालाब में बारिश का पानी जमा न होने दें. 
  • अगर पानी जमा भी हो जाए तो उसमे लाल दवा मिला दें.

बरसात में पशुओं को हरा चारा कैसे खि‍लाएं 

  • बरसात में पशुओं के हरे चारे पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है. 
  • इस मौसम के हरे चारे में नमी बहुत ज्यादा होती है. 
  • बरसात में कई तरह के कीड़े हरी पत्तियों और तने पर आकर बैठ जाते हैं. 
  • हरे चारे में इस दौरान पानी की मात्रा भी बहुत ज्यादा होती है. 
  • ज्यादा हरा चारा खाने से पशुओं को डायरिया भी हो सकता है. 
  • हरा चारा काटकर और थोड़ा सा सुखाकर ही पशुओं को खिलाएं.

निष्कर्ष-

बारिश का मौसम होने के चलते इन दिनों खेत, बाग और जंगलों में चारों तरफ हरा चारा खूब उगता है. जगह-जगह पीने के पानी की भी कोई कमी नहीं रहती है. लेकिन एनीमल एकसपर्ट की मानें तो मॉनसून के मौसम में हरा चारा और पीने का पानी ही बीमारी की सबसे बड़ी जड़ बनते हैं. 

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