भारत दूध उत्पादन के मामले में विश्व में पहले नंबर पर है. बीते साल 24 करोड़ टन दूध का उत्पादन हुआ था. हर साल दूध उत्पादन में करीब छह फीसद की दर से बढ़ोतरी हो रही है. हालांकि देश के लिए ये एक अच्छी खबर है, लेकिन सोचने वाली बात ये है कि हमारे देश में पशुओं की संख्या ज्यादा है तो दूध उत्पादन भी ज्यादा हो रहा है. जबकि दूसरे देशों में पशुओं की संख्या कम है इसलिए दूध उत्पादन कम हो रहा है. लेकिन दूसरे देशों के मुकाबले हमारे देश में प्रति पशु दूध उत्पादन बहुत कम है.
इसी को बढ़ाने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही हैं. राष्ट्रीय गोकुल मिशन जैसी योजना शुरू की गई है. इसी योजना के तहत कृत्रिम गर्भाधान और सेक्स सॉर्टेड सीमन से पशुओं की नस्ल सुधारकर दूध उत्पादन बढ़ाने का काम हो रहा है. देश के डेयरी साइंटिस्ट और पशुपालकों को इसमें कामयाबी भी मिली है. हाल ही में केन्द्र सरकार ने प्रति पशु दूध उत्पादन बढ़ने के कुछ आंकड़े भी पेश किए हैं.
हाल ही में केन्द्र सरकार ने संसद में डेयरी और पशुपालन से जुड़े कुछ आंकड़े रखे थे. अगर इन आंकड़ों पर जाएं तो देश में प्रति पशु दूध उत्पादन बढ़ रहा है. बेशक ये नंबर कुछ कम हो सकता है, लेकिन अच्छी बात ये है कि इसकी शुरुआत हो चुकी है. और ये सब मुमकिन हुआ है राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना से. एनीमल एक्सपर्ट की मानें तो कुल दूध उत्पादन और प्रति पशु दूध उत्पादकता बढ़ाने में ये योजना अहम रोल निभा निभा रही है. ये योजना केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने शुरू की है.
संसद में रखे गए आंकड़ों के मुताबिक साल 2014-15 में 15 करोड़ टन दूध उत्पादन हुआ था. साल 2023-24 में बढ़कर ये 24 करोड़ टन हो गया है. बढ़ोतरी की बात करें तो बीते 10 साल में 63.55 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. अब देश में गायों के दूध उत्पादन पर बात करें तो साल 2014-15 में प्रति पशु प्रति वर्ष 1640 किलोग्राम दूध उत्पादन था. अब साल 2023-24 में यही प्रति पशु प्रति वर्ष बढ़कर 2072 किलोग्राम हो गया है. आंकड़े बताते हैं कि 26.34 फीसद की दर से बढ़ोतरी हो रही है.
ऐसा दावा किया जा रहा है कि इतनी तेजी से भारत के अलावा किसी भी दूसरे देश में प्रति पशु दूध उत्पादन में बढ़ोतरी नहीं हो रही है. इसके साथ देशी और नॉन-डिस्क्रिप्ट गायों का दूध उत्पादन साल 2014-15 में प्रति पशु प्रति वर्ष 927 किलोग्राम से बढ़कर साल 2023-24 में प्रति पशु प्रति वर्ष 1292 किलोग्राम हो गया है. ये 39.37 फीसद की दर से बढ़ा है. जबकि प्रति भैंस का दूध उत्पादन साल 2014-15 में 1880 किलोग्राम से बढ़कर साल 2023-24 में प्रति पशु प्रति वर्ष 2161 किलोग्राम हो गया है. ये 15 फीसद की दर से बढ़ा है.
ये भी पढ़ें- Meat Production: देश की बड़ी यूनिवर्सिटी ने बताया, क्यों बढ़ रहा मीट का उत्पादन और डिमांड
ये भी पढ़ें- Bird Flu: बर्ड फ्लू में भी खाया जा सकता है अंडा, जानें इस पर क्या बोले पोल्ट्री एक्सपर्ट
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today