African Swine Fever In Punjab: पंजाब के अजनाला में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के मामले सामने आए हैं, जिसमें 100% मृत्यु दर का खतरा है. जानिए अफसर ने इस बीमारी पर क्या कहा...
Punjab Flood Impact: पंजाब के अजनाला में बाढ़ से 57 हजार पशु प्रभावित हुए हैं. सरकार ने 16 राहत शिविर लगाए हैं जहां गाय, बकरी, कुत्ते-बिल्ली तक का मुफ्त इलाज और चारा उपलब्ध है.
Punjab Flood: पंजाब मिल्कफेड राज्य में बाढ़ से प्रभावित किसानों और परिवारों की मदद के लिए राहत अभियान चला रहा है. संस्था जरूरतमंदों तक दूध और जरूरी सामान पहुंचाने की योजना पर काम कर रही है.
पंजाब में पोल्ट्री पालन अब एक मजबूत और लाभदायक व्यवसाय बनकर उभरा है. यह न केवल किसानों को आय का नया स्रोत दे रहा है, बल्कि पशुपालन के क्षेत्र में भी नई दिशा प्रदान कर रहा है. अगर यही रफ्तार बनी रही, तो आने वाले समय में पोल्ट्री बिजनेस राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन सकता है.
पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में चल रहे किसान मेले में अन्य चीजों के अलावा ऑर्गेनिक फार्मिंग के लिए भी विशेष रूप से कैंप लगाया गया है. किसानों को बताया जा रहा है कि कौन-कौन सी फसल कैसे कैसे लगानी है. बिना केमिकल वाली खाद कैसे बनानी है.
पंजाब में नीली रावी नस्ल भैंस के पालन को बढ़ावा देने के लिए 4 से 6 अप्रैल, 2023 तक गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (गडवासु) लुधियाना नीलीरावी दुग्ध प्रतियोगिता आयोजित करने जा रहा है.इस दुग्ध प्रतियोगिता में वे पंजाब वे किसान भाग ले सकते है, जिनकी भैंस की दूध की उत्पादन प्रतिदिन 15 किलो से ज्यादा उत्पादन दे रही हैं.
केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में बकरी के दूध का 62.61 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था. यह भारत में कुल दूध उत्पादन का तीन फीसद हिस्सा है. देश में इस साल दूध का कुल उत्पादन 210 मिलियन मीट्रिक टन हुआ है.
आवारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए सरकार गौ उपकर वसूलती है. किसानों का कहना है कि उपकर लगाए जाने के बावजूद समस्या जस की तस है. किसानों की शिकायत है कि उपकर लगाने के बाद भी आवारा पशुओं की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. आवारा पशु शहरी लोगों के साथ-साथ किसानों की फसलों के लिए भी समस्या बनते जा रहे हैं.
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