देश सहित बिहार जैसे विकासशील राज्य के किसानों की आय को बेहतर करने में डेयरी उद्योग की प्रमुख भूमिका रही है. बीते कुछ सालों में पशुपालन किसानों के लिए कमाई का बेहतर माध्यम बना है. वहीं केंद्र सहित राज्य की सरकार और इस क्षेत्र से जुड़े विश्वविद्यालय किसानों को डेयरी क्षेत्र में आधुनिक ज्ञान दिलाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम कर रहे हैं. इसी कड़ी में बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (बासु) पहली 21 से 23 दिसंबर के बीच बिहार डेयरी एण्ड कैटल एक्स्पो का आयोजन करने जा रहा है. इस मेले के तहत विश्वविद्यालय राज्य के किसानों को पशुपालन और डेयरी उद्योग से जुड़ी हुई जानकारी देगा. जिसमें पशुओं के स्वास्थ्य, डेयरी उद्योग और दूध से बनने वाले अलग-अलग उत्पाद के साथ उससे जुड़ी यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.
इस आयोजन के जरिये सबसे अधिक दूध देने वाली विदेशी और देसी नस्ल के गायों को पुरस्कार भी दिया जाएगा. किसान तक से पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पटना के कुलपति डॉ रामेश्वर सिंह ने बातचीत करते हुए बताया कि राज्य में पशुओं से जुड़े कई तरह के कार्यक्रम आयोजित होते हैं. लेकिन ऐसा पहली बार होगा कि एक ही छत के नीचे एक्सपो, सेमिनार, मिल्किंग प्रतियोगिता और ब्रीड प्रतियोगिता विश्वविद्यालय के वेटनरी मैदान में होगा, जिसका शुभारंभ राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे.
ये भी पढ़ें-Success Story: पत्नी को चाहिए थी शुद्ध हवा, पति ने पूरे गांव में लगाना शुरू कर दिया पेड़
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रामेश्वर सिंह में बताया कि पशुपालन को बढ़ावा देने के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों की आय को बढ़ाने के उद्देश्य से बिहार डेयरी एंड कैटलएक्स्पो का आयोजन किया गया है. जहां राज्य के किसान, वेटनरी डाक्टर, डेयरी और कैटल से जुड़ी कई कंपनी के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. इस कार्यक्रम के जरिये राज्य के सफल किसानों से जुड़ने का मौका मिलेगा. साथ ही पशुपालन के क्षेत्र में आ रही दिक्कतों को जानने का मौका भी मिलेगा. आगे उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम कृषिका, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, कॉम्फेड और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के संयुक्त सहयोग से आयोजित किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें-Bihar News: किसान ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी और पपीते की खेती पर ले सकते हैं सब्सिडी, ऐसे करें आवेदन
21 से 23 दिसंबरके बीच चलने वाले बिहार डेयरी एंड कैटल एक्स्पो में डेयरी और कैटल से जुड़ी कंपनियां, कॉम्फेड, विश्वविद्यालय अपनी स्टॉल लगाएंगे. लेकिन इस मेले में आकर्षण का केंद्र मिल्किंग प्रतियोगिता और ब्रीड प्रतियोगिता रहेगी. 21 दिसंबर को अधिक दूध देने वाली देसी और विदेशी नस्ल के गायों की मिल्किंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. जिसके तहत विदेशी नस्ल वाली 20 लीटर से अधिक दूध देने वाली गायें हिस्सा लेंगी. वहीं, देसी नस्ल में 10 लीटर से अधिक दूध देने वाली गायें शामिल होंगी. इनके लिए प्रथम पुरस्कार की राशि 51 हजार, द्वितीय पुरस्कार की राशि 21 हजार और दोनों श्रेणियों में 11 हजार रुपए के पांच सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा. वहीं, इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 20 दिसंबर को पशुपालक शाम पांच बजे से पहले अपनी गाय को लेकर विश्वविद्यालय पहुंचाना होगा. वहीं, ब्रीड प्रतियोगिता का आयोजन 22 दिसंबर को होगा.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today