Animal Care: मॉनसून में पशुओं को बीमारियों से बचाना है तो जरूर करें ये 15 काम Animal Care: मॉनसून में पशुओं को बीमारियों से बचाना है तो जरूर करें ये 15 काम
Animal Care in Monsoon मॉनसून के दौरान पशुपालकों को नुकसान से बचाने के लिए सरकार साल के 12 महीने योजनाएं चलाती है. ऐसी ही योजनाओं का फायदा उठाकर पशुपालक मॉनसून के दौरान होने वाले नुकसान को कम करने के साथ ही पूरी तरह से रोक सकते हैं. साथ ही कुछ उपाय अपनाकर दोहरे नुकसान से भी बच सकते हैं.
गाय खरीदने की टिप्स: Cow Farmingनासिर हुसैन - NEW DELHI,
- Jun 25, 2025,
- Updated Jun 25, 2025, 7:51 AM IST
Animal Care in Monsoon मॉनसून खासतौर पर दुधारू पशुओं के लिए राहत लेकर आता है तो बीमारियों का पिटारा भी इसी मौसम को कहा जाता है. इस दौरान सबसे ज्यादा संक्रमण पशुओं में फैलता है. कई तो जानलेवा बीमारियां पशुओं को अपनी चपेट में ले लेती हैं. एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो इस दौरान अगर चारा, पानी और पशुओं के रखरखाव में जरा भी लापरवाही बरती गई तो वो जानलेवा बन जाती है. पशुपालक पर भी इसका दोहरा असर पड़ता है. एक तो बीमार होने पर दवाई का खर्च और दूसरे बीमारी होते ही पशु का दूध उत्पादन कम हो जाता है.
लेकिन, अगर बरसात के दौरान पशुओं के चारे, पानी, हैल्थ और रखरखाव पर ध्यान दिया जाए तो मॉनसून के दौरान कई गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है. खास बात ये है कि इसके लिए पशुपालक को कोई अलग से खर्चा भी नहीं करना है. इसमे कुछ काम तो ऐसे हैं जो सरकारी योजनाओं के तहत फ्री कराए जा सकते हैं.
नुकसान से बचने को जरूर करें ये काम
- पशुओं के घाव, कटे हुए हिस्से और चोट पर डॉक्टर का बताया मलहम लगाना चाहिए.
- पशु के घाव और चोटों का वक्त से इलाज कराने से गंभीर संक्रमण से बचाया जा सकता है.
- पशुओं को संक्रमण से बचाने के लिए हर रोज उनके शरीर की चोटों को देखते रहें.
- पशु फार्म को कीटाणुनाशक का इस्तेमाल कर नियमित रूप से कीटाणुरहित करते रहें.
- चारा और चारा सामग्री को जमीन से ऊंची जगह किसी प्लेटफॉर्म पर रखें.
- पशु के सभी तरह के चारे को बारिश और नमी से बचाकर रखें.
- खासतौर पर बरसात से पहले पशुओं का टीकाकरण करा लेना चाहिए.
- बरसात के मौसम में पशुओं के लिए पीने का स्वच्छ और गर्म पानी होना चाहिए.
- पशुओं को खेत में जमा लाल पानी या कीचड़ वाला पानी नहीं पीने देना चाहिए.
- दूषित पानी पीने से गंभीर सर्दी, दस्त, ब्लैक क्वार्टर समेत कई बीमारियां हो सकती हैं.
- पशुओं को मानसून में खराब मौसम से बचाना चाहिए, वर्ना इसका असर उत्पादन पर पड़ता है.
- ठंड का मौसम और बरसात में ज्यादा काम करने का असर हैल्थ और उत्पादन पर पड़ता है.
- बारिश का पानी बैक्टीरिया को बढ़ाता है, जिससे बीमारियां होती हैं.
- बरसात के मौसम की शुरुआत से पहले, बीच में और आखिर में डी-वर्मिंग करानी चाहिए.
ये भी पढ़ें- Animal Feed: दुधारू पशु खरीदते वक्त और गाभिन पशु की खुराक में अपनाएं ये टिप्स
ये भी पढ़ें- Milk Production: 2033 तक हर साल भारत को चाहिए होगा इतने करोड़ लीटर दूध, अभी है बहुत पीछे