Feed-Fodder: दुधारू पशुओं को मिनरल मिक्चर खिलाने में 15 बातों का रखें ख्याल, खूब मिलेगा दूध Feed-Fodder: दुधारू पशुओं को मिनरल मिक्चर खिलाने में 15 बातों का रखें ख्याल, खूब मिलेगा दूध
Feed-Fodder for Animals भैंस को अच्छी खुराक देने के साथ-साथ पशुपालक को ये भी मालूम होना चाहिए कि एक भैंस को कब और कितना मिनरल मिक्चर और चारा खिलाना है. ऐसा नहीं कि पुराने तौर-तरीकों पर चलते हुए ये सोचकर कि पशुओं का क्या है, उन्हें तो कुछ भी खिला दो सब हजम है. उत्पादन और पशुओं की हैल्थ के हिसाब से ये सोच एकदम गलत है.
थनैला की जांच का तरीकानासिर हुसैन - NEW DELHI,
- Jun 25, 2025,
- Updated Jun 25, 2025, 8:36 AM IST
Feed-Fodder for Animals अच्छी पौष्टिनक खुराक की जरूरत सभी को होती है. फिर वो चाहें इंसान हो या उत्पादन देने वाले पशु. जब खुराक अच्छी होगी तो उत्पादन भी भरपूर और क्वालिटी वाला होगा. दुधारू और मीट उत्पादन करने वाले पशुओं पर भी ये बात लागू होती है. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि पशु की खुराक ना सिर्फ उसका पेट भरती है बल्कि उत्पादन बढ़ाने के साथ ही उसकी सेहत को भी ठीक रखती है. जैसे हरे और सूखे चारे संग और पशुओं को मिनरल मिक्चर भी दिया जाए तो उसके कई फायदे होते हैं.
वहीं अगर पशुओं को चारे और मिनरल मिक्चर खिलाने में जरा भी लापरवाही बरती गई तो वो बहुत भारी पड़ती है. एक्सपर्ट के मुताबिक मौसम और वक्त सुबह-दोपहर, शाम के हिसाब से पशुओं की खुराक तय होती है. पशुओं के लिए भी वक्त से संतुलित खुराक तय की गई है. तय खुराक के मुताबिक पशुओं को ना कोई चीज कम और ना कोई दूसरी चीज ज्यादा खिला सकते हैं.
पशुओं को दाना-चारा खिला रहे हैं तो रखें ये ख्याल
- भैंस की खुराक संतुलित होनी चाहिए.
- भैंस की खुराक स्वादिष्ट और पौष्टिक होनी चाहिए.
- पशु की खुराक में बदबू नहीं आनी चाहिए.
- पेट पूरा भरने पर ही भैंस को संतुष्टि मिलती है.
- भैंस की उम्र के हिसाब से ही उसे खुराक खाने को दें.
- भैंस की खुराक को अचानक नहीं बदलना चाहिए.
- एक्सपर्ट के मुताबिक भैंस को चारा खिलाने का वक्त तय कर लें.
- भैंस के खाने के वक्त को बार-बार ना बदलें.
- खाने के दो वक्त में इतना अंतर ना रहे जिससे भैंस को भूखा रहना पड़े.
- भैंस की खुराक ऐसी होनी चाहिए जो उसके पेट को खराब (कब्ज-दस्त) ना करे.
- भैंस का पेट काफी बड़ा होता है इसलिए उसे भरपेट चारा खिलाना चाहिए.
- खुराक में ज्यादा से ज्यादा तरह के दाने और खल को शामिल करें.
- खुराक में ज्यादा दाने-खल होने से मिक्सचर की क्वालिटी-स्वाद दोनों में बढ़ोतरी होती है.
- भूखे रहने पर भैंस मिट्टी, चिथड़े और दूसरी गन्दी चीजें खाना शुरू कर देती है.
- खुराक में शामिल दाना मिक्सचर प्रोटीन और ऊर्जा के स्रोत वाला होना चाहिए.
ऐसे खिलाएं चारा और दाना मिक्सचर
सीआईआरबी के रिटायर्ड साइंटिस्ट डॉ. सज्जन सिंह का कहना है कि दाना मिक्सचर को चारे के साथ अच्छी तरह मिलाकर खिलाने से कम गुणवत्ता और कम स्वाद वाले चारे की भी खपत बढ़ जाती है. इसके चलते चारे की बरबादी नहीं होती है. क्योंकि भैंस चुन-चुन कर खाने की आदत के कारण बहुत सारा चारा खाने के दौरान बरबाद कर देती है.
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