
भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी IMD ने देश के बड़े हिस्से में अगले कुछ दिनों तक मौसम के चुनौतीपूर्ण बने रहने को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और बिहार में सुबह के समय घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है, जिससे जनजीवन और यातायात प्रभावित होने की आशंका है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ठंड और कुछ इलाकों में भीषण ठंड को लेकर चेतावनी दी गई है. पूर्वोत्तर भारत, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और झारखंड में भी घना कोहरा परेशानी बढ़ा सकता है.
IMD के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा. 20 और 21 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और आसपास के इलाकों में बारिश और बर्फबारी की संभावना है. 21 दिसंबर को कुछ स्थानों पर भारी बर्फबारी भी हो सकती है. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 20 से 22 दिसंबर के बीच हल्की बारिश और बर्फबारी के आसार हैं, जबकि पंजाब में 20 से 22 दिसंबर के दौरान हल्की बारिश दर्ज की जा सकती है.
पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने बताया है कि दिल्ली और एनसीआर में 18 से 21 दिसंबर के बीच सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा छाया रह सकता है. दिन के समय आसमान आंशिक रूप से बादलों से घिरा रहेगा. इस दौरान अधिकतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 7 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. हवा की रफ्तार हल्की रहने की संभावना है, जिससे सुबह और रात के समय ठंड का असर ज्यादा महसूस होगा.
बीते दिन उत्तर भारत के कई हिस्सों में सुबह के समय दृश्यता बेहद कम दर्ज की गई. उत्तर प्रदेश के आगरा, बरेली, प्रयागराज, गोरखपुर और कानपुर जैसे शहरों में दृश्यता शून्य से 50 मीटर तक रही. कम विजिबिलिटी के कारण सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ. उत्तराखंड के हरिद्वार और पंतनगर, पंजाब के पटियाला और हरियाणा के अंबाला में भी घना कोहरा दर्ज किया गया. पश्चिमी मध्य प्रदेश में कुछ इलाकों में शीतलहर की स्थिति देखने को मिली.
न्यूनतम तापमान की बात करें तो जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और आसपास के पहाड़ी इलाकों में कई स्थानों पर पारा 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया. मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस इंदौर में दर्ज किया गया. कई राज्यों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहा, जबकि कुछ हिस्सों में अगले कुछ दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की धीरे-धीरे बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है.
मौसम विभाग ने किसानों को ठंड से फसलों को नुकसान से बचाने के लिए शाम के समय हल्की और बार-बार सिंचाई करने की सलाह दी है. सब्जियों और नर्सरी पौधों को पॉलिथीन शीट या पुआल से ढकने की भी सिफारिश की गई है.
पशुपालकों को रात के समय पशुओं को शेड में रखने और सूखा बिछावन उपलब्ध कराने को कहा गया है. वहीं मुर्गीपालन करने वालों को चूजों को ठंड से बचाने के लिए अतिरिक्त रोशनी और ताप की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है.