
पहाड़ों की रानी शिमला अपने मौसम और यहां के आबोहवा के लिए अपनी अलग पहचान रखती है. लेकिन इस बार सर्दियों के सीजन में अब तक न ही बारिश और न ही बर्फबारी होने से पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों में मायूसी देखी जा रही है. यही वजह है कि यहां की आबोहवा पर भी इसका व्यापक असर देखा जा रहा है. मौसम विभाग की मानें तो आगामी 20 और 21 दिसंबर के लिए एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जिसका असर भी ऊंचे वाले इलाकों में ही होगा. यानी इस बार न ही क्रिसमस और न ही नए साल पर मध्यवर्ती इलाकों में बर्फबारी की कोई उम्मीद है.
दूसरी ओर निचले इलाकों में कोहरे से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है. शिमला में में AQI लेवल 100 के पार पहुंच गया है. शहर के कई इलाकों में 100, 120 और 160 के पार भी रिकॉर्ड किया जा रहा है. यह सांस लेने के लिए खतरे के निशान की ओर तेजी से बढ़ता दिखाई दे रहा है.
यहां शुष्क सर्दियों का दौर लगातार जारी है. प्रदेश भर में लगातार मौसम साफ बना हुआ है. इसके चलते दिन के तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. प्रदेश के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रिकार्ड किया जा रहा है. बीते 24 घंटे के दौरान राज्य के ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों से मैदानी इलाकों तक अधिकतम तापमान सामान्य से 3 से 6 डिग्री अधिक रिकॉर्ड किया गया है.
आलम यह है कि 15 दिसंबर को सोलन में दिसंबर में अब तक का सर्वाधिक गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया. सोलन में दिन का तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. हालांकि 20 दिसंबर को मौसम बदलने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र ने 20 और 21 दिसंबर को प्रदेश में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का पूर्वानुमान जताया है.
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला में मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश भर में मौसम साफ रिपोर्ट किया गया है. इस दौरान प्रदेश भर के अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रिकॉर्ड किए गए हैं. शिमला का तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस रिपोर्ट किया गया जो सामान्य से 6 डिग्री अधिक है. इसके अलावा कल्पा में भी अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से 8 डिग्री अधिक है.
इसके अलावा प्रदेश के निचले इलाकों में भी अधिकतम तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री ऊपर रिकार्ड किए गए हैं. संदीप शर्मा ने बताया कि 15 दिसंबर को सोलन में दिसंबर महीने में अब तक का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया. इससे पहले दिसंबर महीने में सोलन में सर्वाधिक तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया था. इसके अलावा अगले दो दिन प्रदेश के जिला मंडी, हमीरपुर और बिलासपुर के कुछ इलाकों में घना कोहरा छाए रहने का भी अनुमान है.
IMD नहीं इसको देखते हुए कोहरे का येलो अलर्ट भी जारी किया है. हालांकि प्रदेश में 20 और 21 दिसंबर को बारिश बर्फबारी की दस्तक की संभावना है. मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने बताया कि 20 दिसंबर की देर रात प्रदेश में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान है. 21 दिसंबर तक प्रदेश के ऊपरी इलाकों में इसका असर देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिला चंबा, किन्नौर, लाहौल स्पीति में इस दौरान बारिश और बर्फबारी की संभावना है. साथ ही जिला कांगड़ा और मंडी के कुछ हिस्सों में भी बारिश होने के आसार हैं.
देश के कई बड़े शहर जहां इन दिनों गंभीर वायु प्रदूषण की चपेट में हैं, वहीं हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में हवा फिलहाल सांस लेने लायक बनी हुई है. कुल्लू, मनाली और लाहौल-स्पीति में वायु गुणवत्ता मध्यम (Moderate) श्रेणी में दर्ज की गई है. यहां AQI करीब 60 के आसपास बना हुआ है, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से फिलहाल गंभीर खतरे की स्थिति नहीं मानी जा रही है.
मौसम की बात करें तो क्षेत्र में चारों ओर बादल छाए हुए हैं और हल्की धुंध महसूस की जा रही है. धुंध के कारण दृश्यता में कमी आई है, जबकि ठंड का असर और बढ़ गया है. खासकर सुबह और शाम के समय लोगों को ठिठुरन का अधिक अहसास हो रहा है. ठंड के बढ़ते असर के बीच अब पर्यटकों की आमद भी शुरू हो चुकी है. मनाली सहित आसपास के पर्यटन क्षेत्रों में होटल बुकिंग्स में धीरे-धीरे इजाफा देखा जा रहा है.
आने वाले दिनों में क्रिसमस और नए साल के जश्न को लेकर पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि की संभावना है, जिससे सड़कों पर ट्रैफिक दबाव भी बढ़ सकता है.