आज पूरे देश से विदा हो गया दक्षिण पश्चिम मॉनसून, दक्षिण-पूर्व के कई राज्यों में बिगड़ा मौसम

आज पूरे देश से विदा हो गया दक्षिण पश्चिम मॉनसून, दक्षिण-पूर्व के कई राज्यों में बिगड़ा मौसम

मौसमी पैटर्न में बदला की वजह से दक्षिण-पूर्वी भारत में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है. विशेष रूप से, तमिलनाडु, पुडुचेरी, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और केरल में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है, जो पूर्वोत्तर मॉनसून के मौसम की शुरुआत को दर्शाता है.

The rain-soaked state has already exceeded its October average, receiving 95.3 mm of rain between October 1 and 13, compared to the usual 57.4 mm for this period. The rain-soaked state has already exceeded its October average, receiving 95.3 mm of rain between October 1 and 13, compared to the usual 57.4 mm for this period.
कुमार कुणाल
  • New Delhi,
  • Oct 15, 2024,
  • Updated Oct 15, 2024, 4:48 PM IST

15 अक्टूबर, दिन मंगलवार को दक्षिण पश्चिम मॉनसून पूरे देश से विदा हो चुका है. अब इस मॉनसून के प्रभाव में बारिश की संभावना लगभग शून्य है. दूसरी ओर पूर्वोत्तर मॉनसून के आमद की परिस्थितियां अनुकूल हो गई हैं जिसके प्रभाव में देश के दक्षिण और पूर्वी राज्यों में मौसम बिगड़ा हुआ है. दक्षिण पश्चिम मॉनसून के जाने और पूर्वोत्तर मॉनसून के आने से मौसमी पैटर्न में बदलाव देखा जा रहा है. अभी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर वेल मार्क्ड ले प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) देखा जा रहा है जो गहरे दबाव में बदलने के लिए तैयार है. इससे तमिलनाडु सहित आसपास के राज्यों में चक्रवात जैसी स्थिति बन सकती है.

मंगलवार सुबह से ही बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भाग में बना यह कम दबाव वाला क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है, जो तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों के पास पहुंचने पर और भी मजबूत हो जाएगा. इसके अलावा, इस क्षेत्र में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हवाएं चल रही हैं, जिससे बारिश वाले बादल बनने की संभावना है.

मौसमी पैटर्न में बदलाव

मौसमी पैटर्न में बदला की वजह से दक्षिण-पूर्वी भारत में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है. विशेष रूप से, तमिलनाडु, पुडुचेरी, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और केरल में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है, जो पूर्वोत्तर मॉनसून के मौसम की शुरुआत को दर्शाता है.

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इस बीच, पश्चिम-मध्य अरब सागर पर बना दबाव 18 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, जो वर्तमान में ओमान के मसीराह से 460 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में स्थित है. पूर्वानुमानों से पता चलता है कि अगले छह घंटों में यह ओमान तट के पास पहुंचते ही कम दबाव वाले क्षेत्र में कमज़ोर हो जाएगा.

पूरे भारत में, अन्य मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हैं. पूर्वोत्तर बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल और सिक्किम के उप-हिमालयी क्षेत्रों में चक्रवाती सर्कुलेशन सक्रिय है. हालांकि दक्षिण असम के पास चक्रवाती गतिविधि की तीव्रता कम हो गई है.

क्या कहा IMD ने?

भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने कहा कि मंगलवार सुबह तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से के ऊपर एक स्पष्ट रूप से चिह्नित निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है. 'एक्स' पर एक पोस्ट में, विभाग ने कहा कि अगले 2 दिनों के दौरान यह दबाव और बढ़ सकता है और पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ सकता है.

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सोमवार रात से, चेन्नई और उसके उपनगरों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर पैदा होने वाली स्थिति से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और तमिलनाडु आपदा प्रतिक्रिया बल को प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में पहले से ही तैनात किया जाए.

 

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