लंबे समय के बाद शनिवार को दिल्ली में बारिश हुई और सबको लगा कि फाइनली मॉनसून की एंट्री हो गई है, जबकि ऐसा नहीं है. दिल्ली में अभी भी मॉनसून नहीं आया है. राजधानी के कुछ हिस्सों, खासकर दक्षिण-पश्चिम और दक्षिणी दिल्ली और पश्चिमी यूपी से सटे इलाकों और एनसीआर के शहरों नोएडा, गुड़गांव और फरीदाबाद में शनिवार को बारिश तो हुई लेकिन भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने इसे मौसमी बारिश वाली हवाओं का आगमन घोषित नहीं किया है.
आईएमडी ने अभी सिर्फ इतना ही कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अब अनुकूल हैं. मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि दिल्ली के एक बड़े हिस्से में अभी बारिश होनी बाकी है. आईएमडी के एक अधिकारी के अनुसार, 'दिल्ली के दक्षिण में वर्तमान में एक ट्रफ अभी उत्तर की ओर नहीं बढ़ा है और मॉनसून नहीं लाया है.' उनका कहना था कि शनिवार को मौसम प्रणाली पश्चिमी यूपी के रास्ते शहर में दाखिल हो गई है. लेकिन सफदरजंग स्थित बेस वेदर स्टेशन सहित शहर के कई हिस्सों में बारिश दर्ज नहीं की गई.
आईएमडी का कहना है कि आधिकारिक घोषणा अगले 48 घंटों में की जा सकती है. आईएमडी के अधिकारियों की मानें तो सफदरजंग से भारी बारिश की रिपोर्ट की जरूरत होती है ताकि आगे की शुरुआत की घोषणा कर सकें. उन्होंने कहा कि मॉनसून पश्चिमी उत्तर प्रदेश से दिल्ली की ओर बढ़ रहा है. आईएमडी ने कहा है कि मॉनसून की उत्तरी सीमा अभी भी जैसलमेर, बीकानेर, झुंझुनू, भरतपुर, रामपुर, सोनीपत और अनूप नगर से होकर गुजर रही है जो दिल्ली से कुछ ही दूर है. लेकिन, अब स्थितियां अनुकूल हो रही हैं.
मयूर विहार, पालम, आयानगर और जफरपुर उन इलाकों में शामिल थे, जहां बारिश हुई. हालांकि पूरे शहर में आसमान बादलों से घिरा रहा. आईएमडी ने शनिवार और रविवार को मध्यम से हल्की बारिश की उम्मीद जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया. शनिवार को बारिश छिटपुट थी, लेकिन इससे गर्मी और उमस से काफी राहत मिली. सफदरजंग में रिकॉर्ड बारिश नहीं हुई, लेकिन मयूर विहार में 23 मिमी, पालम में 9.7 मिमी, आया नगर में 9.2 मिमी, नजफगढ़ में 2.5 मिमी और लोधी रोड में थोड़ी बारिश दर्ज की गई.
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