पूरे देश में मॉनसून एक्टिव मोड में है और अब कुछ हिस्सों से इसकी वजह से तबाही की तस्वीरें आने लगी हैं. अब मौसम विभाग (आईएमडी) ने जो नई भविष्यवाणी की है, उससे भी मॉनसून के तेज होने के संकते मिलते हैं.आईएमडी के अनुसार अगले कुछ दिनों तक देश में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा. आपको बता दें कि आईएमडी की तरफ से यह बयान ऐसे समय में आया है जब पहले ही हिमाचल प्रदेश से लेकर ओडिशा तक में बारिश का कहर जारी है.
आईएमडी के अनुमान के तहत राजधानी दिल्ली में इस पूरे हफ्ते हल्की बारिश की संभावना है. बुधवार यानी 2 जुलाई को आसमान में बादल छाए रहेंगे. गर्जन और बिजली चमकने के साथ बहुत हल्की या हल्की बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. हरियाणा में भी अच्छी बारिश होने की उम्मीद है. आईएमडी के जनरल डायरेक्टर मृत्युंजय महापात्र ने कहा, 'इस क्षेत्र में दिल्ली समेत कई शहर और कस्बे शामिल हैं. दक्षिण की ओर बहने वाली कई नदियां उत्तराखंड से निकलती हैं. हमें इन सभी नदी जलग्रहण क्षेत्रों, शहरों और कस्बों के लिए सावधानी बरतनी चाहिए.'
आईएमडी ने कहा है कि अगले छह से सात दिनों में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. इस दौरान उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में मॉनसून सक्रिय रहेगा. मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और झारखंड में भी भारी बारिश की संभावना है. कुछ दिनों में मध्य प्रदेश, झारखंड और ओडिशा में भारी बारिश हो सकती है.
आईएमडी के अनुसार कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. सौराष्ट्र और कच्छ में भी अगले सात दिनों में भारी बारिश हो सकती है. इस अवधि के दौरान पूर्वोत्तर भारत में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
आईएमडी के अनुसार तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल और कर्नाटक में हफ्ते के कुछ दिनों में भारी बारिश की आशंका है. मौसम विभाग ने सोमवार को जुलाई में देश में सामान्य से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की. साथ ही मध्य भारत, उत्तराखंड और हरियाणा के अधिकारियों और लोगों से बाढ़ के खतरे के कारण सतर्क रहने को कहा. विभाग ने कहा कि पूर्वोत्तर के बड़े हिस्से, पूर्वी भारत के कई इलाकों और दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में बारिश सामान्य से कम रहने की संभावना है.
यह भी पढ़ें-