देश में एक ओर जहां बारिश और बाढ़ ने लोगों का हाल-बेहाल कर रखा है. वहीं, दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है और लाहौल-स्पीति में बर्फबारी शुरू हो गई है. दरअसल, रविवार को हुई बर्फबारी के बाद मौसम साफ हो गया था, लेकिन आज सुबह तड़के घाटी में दोबारा बर्फबारी शुरू हो गया है. सुबह जब लोग घरों से बाहर निकले तो पूरे क्षेत्र बर्फ की सफेद चादर में ढका दिखाई दिया.
लाहौल घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी जारी है, जबकि निचले हिस्सों में हल्की बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी से तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई है. पर्यटन स्थल जिस्पा में घरों की छतों और सड़कों पर बर्फ की सफेद चादर बिछी दिखाई दे रही है. बता दें कि अब तक करीब 2 इंच बर्फ गिर चुकी है.
प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर रोहतांग दर्रा, बारालाचा ला और शिंकुला पास को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया है. फिलहाल मनाली–केलांग मार्ग खुला है, लेकिन अगर बर्फबारी बढ़ती है तो इसे भी बंद करना पड़ सकता है. अटल टनल रोहतांग, मढ़ी और रोहतांग के आसपास के क्षेत्रों में भी बर्फबारी शुरू हो गई है. वहीं, कुल्लू-मनाली के कई इलाकों में सुबह से बारिश हो रही है.
रविवार को लाहौल-स्पीति का ताबो प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. ज़िला मुख्यालय केलांग में तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
इस बीच मौसम विभाग ने लाहौल-स्पीति, कुल्लू, किन्नौर और चंबा जिलों के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की भी संभावना जताई है. साथ ही 30-40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की भी चेतावनी दी गई है. साथ ही 7 अक्टूबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की बारिश तो 8 अक्टूबर को कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना है. जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों से ऊंचाई वाले इलाकों में यात्रा से बचने की अपील की है और सभी से सतर्क रहने को कहा है.