भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, मुजफ्फराबाद, पंजाब और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। त्रिपुरा, राजस्थान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में भी अगले 2-3 दिनों के दौरान मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है. मौसम विभाग ने सोमवार के लिए हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ ओलावृष्टि की भविष्यवाणी की है. पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, झारखंड, केरल, माहे, ओडिशा, राजस्थान और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में भी कल गरज के साथ वर्षा और बिजली गिरने की संभावना है.
रविवार रात दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के कई हिस्सों में बारिश से मौसम ठंडा हो गया हे. अब सोमवार से उत्तर-पश्चिम भारत में व्याप्त मजबूत पश्चिमी विक्षोभ से प्रभावित होंगे. मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार और मंगलवार को शहर भर में हल्की से मध्यम बारिश के कई दौर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. आईएमडी ने कहा कि इसके बाद, ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण बुधवार से न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी. दिल्ली स्थित आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक कृष्ण कुमार मिश्रा ने कहा, 'मैदानी और पहाड़ी इलाकों के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. ऊपरी इलाकों में सोमवार को बर्फबारी भी हो सकती है. उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ काफी सक्रिय है और अरब सागर से नमी लेकर आ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि विक्षोभ के चले जाने के बाद, ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं वापस आएंगी, जिससे हवा में हल्की ठंडक महसूस होगी.
दूसरी ओर पटना समेत बिहार के 34 जिलों में बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना जताई गई है. सुपौल अररिया और किशनगंज में भारी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया गया है. राजधानी पटना में तेज हवा के साथ गरज और हल्की बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार आठ अक्टूबर से बारिश में कमी आएगी और मध्य अक्टूबर तक मॉनसून की वापसी संभव है. सूबे के 34 जिलों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर वर्षा के आसार हैं. प्रदेश के तीन जिलों के सुपौल, अररिया एवं किशनगंज में अति भारी एवं मधुबनी, पूर्णिया एवं कटिहार जिले के एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है.
वहीं हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में रविवार को बारिश हुई, जबकि कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों सहित ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी हुई है. सोमवार को भी कई हिस्सों में बर्फबारी जारी है. ऊपरी इलाकों में तापमान में भी उल्लेखनीय गिरावट आई है. मौसम विभाग के शिमला कार्यालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई और राज्य में औसत अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहा. अधिकारियों ने बताया कि कुल्लू जिला प्रशासन ने रोहतांग दर्रे पर वाहनों की आवाजाही रोक दी है और यात्रियों को इस राजमार्ग से न गुजरने की सलाह दी है. खबरों के अनुसार, कांगड़ा जिले की विशाल धौलाधार पर्वतमाला में भी इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई और आसपास के घाटी क्षेत्रों में बर्फीली हवाएं चल रही हैं, जो सर्दियों के आगमन का संकेत हैं. मौसम विभाग ने 6 अक्टूबर को भारी बारिश जारी रहने और 7 अक्टूबर को भी राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश जारी रहने की संभावना जताई है.
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