गुजरात में रविवार को जोरदार बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. इससे सड़कों पर बर्फ की चादर बिछ गई. गोडल-राजकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्री ओलावृष्टि से बचने के लिए भागते नजर आए. खास बात यह है कि भारी बारिश के बीच भी यातायात व्यवस्था के संचालन में पुलिसकर्मी तैनात रहे. इसी तरह राजस्थान में भी मौसम ने अचानक करवट बदली और बूंदाबांदी शुरू हो गई. इससे तापमान में गिरावट आ गई है. पिछले 24 घंटे के अंदर प्रदेश के जैसलमेर, बाड़मेर और जोधपुर सहित कई जिलो में हल्की बारिश दर्ज की गई है. खास बात यह है कि बाड़मेर में 8 एमएम बरसात रिकॉर्ड की गई. वहीं, इस बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान पहुंच सकता है. इससे किसानों की चींता बढ़ गई है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का कहना है कि एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राजस्थान में बारिश हुई है. उसके मुताबिक, प्रदेश में ऊपर पूर्वी हवाओं में एक ट्रफ बना हुआ है. ऐसे में वायुमंडल के ऊपरी स्तरों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से कल भी बारिश की होने की संभावना बनी रहेगी. खास कर पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव जोधपुर, उदयपुर, अजमेर और कोटा संभाग में ज्यादा देखने को मिल सकता है. ऐसे में इन संभागों में गरज के साथ बारिश हो सकती है.
आईएमडी का कहना है कि उदयपुर और जोधपुर संभाग में कहीं-कहीं पर जोरदार बारिश भी हो सकती है. इस दौरान ओलावृष्टि की भी संभावना है. खास बात यह है कि ओलावृष्टि के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं. वहीं, बीकानेर और जयपुर संभाग में भी बादल छाए रहने की संभावना है. साथ ही कहीं-कहीं पर हल्की बारिश भी होने की उम्मीद है.
ये भी पढ़ें- Success Story: हरियाणा की सीमा उगाती हैं 3 लाख रुपए किलो वाली मशरूम, अनूठी खेती ने कई अवॉर्ड दिलाए
सोमवार यानी 27 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ का असर कोटा, भरतपुर, अजमेर और जयपुर संभाग के कुछ इलाकों में दिखने को मिलेगा. इस दौरान इन संभागों के क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश की संभावना है. वहीं, 28 नवंबर से मौसम शुष्क रहेगा. इससे तापमान में 2-4 डिग्री गिरावट आएगी. वहीं, कहीं- कहीं पर कोहरा छाने की संभावना है. कहा जा रहा है कि तापमान में गिरावट आने से अगले पांच दिनों में सर्दी बढ़ सकती है.