बेमौसम बारिश की वजह से परेशान किसान, सैकड़ों एकड़ में धान की पूरी फसल बर्बाद

बेमौसम बारिश की वजह से परेशान किसान, सैकड़ों एकड़ में धान की पूरी फसल बर्बाद

फान और भारी ओलावृष्टि ने धान की खेती को भारी नुकसान पहुंचाया. आंधी और ओलावृष्टि की वजह से पकी धान पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. पूर्व बर्धमान जिले के गलसी के किसान संकट में पड़ गए है. जीतने पौधों पर धान लगा है अगर किसान उसे काटने निकले तो फसल से अधिक मजदूरी का खर्चा बढ़ जाएगा.

बेमौसम बारिश की वजह से धान की फसल बर्बाद: Photo Credit: Kisan Takबेमौसम बारिश की वजह से धान की फसल बर्बाद: Photo Credit: Kisan Tak
क‍िसान तक
  • Bardhaman,
  • May 02, 2023,
  • Updated May 02, 2023, 4:46 PM IST

पूर्व बर्धमान जिले के गलसी के हरिपुर, रामपुर शालिग्राम और इरकोना मौजा में कालबैसाखी आंधी (मानसून से ठीक पहिले भारत के पच्छिम बंगाल और बांग्लादेश में आने वाला आंधी-तूफ़ान) और ओलावृष्टि ने पके हुए धान को बर्बाद कर दिया है. फसल को घर लाने के लिए कई जगहों पर धान की कटाई शुरू हो चुकी है. लेकिन अचानक आई आंधी और ओलों ने पके धान को जमीन पर गिरा दिया है. अब धान के खेत में बिना चावल ही धान की फसल खड़ी है. इतना ही नहीं खेतों में जलजमाव भी हो गया है. नतीजतन, धान पूरी तरह से नष्ट हो गया.

अब किसान के लिए  चिंता का विषय बना हुआ है की बैंकों और साहूकारों से खेती के लिए लिए गए कर्ज को कैसे चुकाया जाए. ऐसे में किसान बैंक से कर्जमाफी और सरकारी सहायता के लिए आवेदन करते नजर आ रहे हैं. उसके साथ परिवार और खाने का खर्चा कैसे चलेगा ये भी किसान के लिए अब चिंता का विषय बना हुआ है.

ओलावृष्टि ने धान की खेती को पहुंचाया भारी नुकसान

कलबोशाखी तूफान और भारी ओलावृष्टि ने धान की खेती को भारी नुकसान पहुंचाया. आंधी और ओलावृष्टि की वजह से पकी धान पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. पूर्व बर्धमान जिले के गलसी के किसान संकट में पड़ गए है. जीतने पौधों पर धान लगा है अगर किसान उसे काटने निकले तो फसल से अधिक मजदूरी का खर्चा बढ़ जाएगा. जिससे किसानों का घाटा और बढ़ जाएगा. अब किसान के पास एक ही उम्मीद बची है कि उसे सरकारी मदद मिलेगी. ऐसी स्थिति में किसान बैंक के  कर्जमाफी और सरकारी सहायता के लिए आवेदन कर रहे हैं.

बेमौसम बारिश से किसान परेशान

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देश के कई राज्यों में बदला मौसम का हाल

यूपी में 29 अप्रैल से मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया था. पिछले 48 घंटों में इसका असर राज्य के दोनों जोन(पूर्वी और पश्चिमी) में दिखने लगा है. मौसम विभाग की ओर से लगातार विभिन्न जिलों के लिए आंधी, बारिश और ओलावृष्टि के अलर्ट जारी किए जा रहे हैं. इस बीच 30 से 70 किमी प्रति घंटा तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के कारण यूपी की फल पट्टी में बागवानी किसानों को अत्यधिक नुकसान उठाना पड़ा है. इनमें सबसे ज्यादा नुकसान आम की फसल को हुआ है. साथ ही खट्टे वर्गीय फलों में नींबू, संतरा, मौसमी और किन्नू की फसलों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान होने की सूचनाएं मिल रही हैं. यूपी में मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिनों तक हालात में सुधार नहीं होने के पूर्वानुमान को देखते हुए इस समय मौसम की मार से जिन फसलों को खतरा उत्पन्न हाे गया है, उनके किसानों के लिए विस्तृत परामर्श भी जारी किया है.

पिछले 2 दिनों में प्रदेश के ज्यादातर जिलों में मौसम ने अचानक करवट ली है. आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का यह दौर सोमवार को ज्यादा प्रभावी हो गया. आलम यह रहा कि सोमवार को रात 1 बजे से सायं 7 बजे तक 18 घंटे के दौरान मौसम विभाग ने विभिन्न जिलों के लिए 12 अलर्ट जारी किए. इनमें तूफानी हवाओं के साथ ओलावृष्टि और तेज बारिश की आशंका वाले 4 रेड अलर्ट और 8 ऑरेंज अलर्ट भी शामिल हैं. कुल मिलाकर मौसम खराब होने के अलर्ट के दायरे में यूपी के लगभग सभी इलाके शामिल हो गए. (बर्धमान से सुजाता मेहरा की रिपोर्ट)

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