बेमौसम बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया. सड़कों पर सुनसानी छा गई और अगर खेतों की बात की जाए तो फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. ऐसे में बागेश्वर में रविवार से लगातार हो रही बारिश ने सबको परेशान कर दिया है. मौसम में आई तब्दीली के कारण लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है क्योंकि तापमान में अचानक से गिरावट देखी गयी है. जिस वजह से सुबह और शाम को ठंड पड़ रही है. बागेश्वर के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने मौसम विज्ञान विभाग के हवाले से अवगत कराया है कि एक मई को भी बारिश और बर्फबारी हो सकती है. इस बार गर्मी कब लगेगी, यह बात सबकी जुबान पर है.
लगातार बारिश से जहां एक ओर तापमान में गिरावट आई है वहीं बागेश्वर में पिछले 12 घंटो से लगातार बारिश हो रही है. खेती किसानी के लिए ये बारिश आफत बनती जा रही है. किसानों की पकी फसल बारिश की वजह से बर्बाद हो रही है. जिले के दुकनाकुरी व गरुड़ क्षेत्र में सबसे अधिक बारिश होने की खबर सामने आ रही है, जिससे नदी नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है. कपकोट के बदियाकोट से बोरबलड़ा को जोड़ने वाली सड़क में लैंडस्लाइड भी हुआ है. जिससे ग्रामीण 25 किलोमीटर पैदल सफर करने को मजबूर हो गए हैं.
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बिहार में मौसम का मिजाज बदलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है, लेकिन बारिश के साथ तेज आंधी,ओलावृष्टि से सब्जी,लीची सहित आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. मौसम का मिजाज अगले दो से तीन दिनों तक इसी तरह रहने वाला है. मौसम विभाग ने सूबे के विभिन्न जिलों में 2 मई तक बारिश का अलर्ट जारी किया है. बीते रविवार को राज्य की राजधानी पटना में देर शाम तेज आंधी के साथ जमकर बारिश ओलावृष्टि हुई. सोमवार को भी आंधी तूफान के साथ झमाझम बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया गया है.
मई के महीने का आगाज बारिश और आंधी-तूफान के साथ होने से किसानों को फसल नुकसान की चिंता सता रही है. किसानों का कहना है कि पिछले दो महीनों में तेज आंधी,ओलावृष्टि और हीट वेव से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. वहीं मौसम विभाग ने सोमवार के लिए शिवहर,सीतामढ़ी जिले में यलो अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही अन्य जिलों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी है. (बागेश्वर से जगदीश पाण्डेय की रिपोर्ट).
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