भारत में इस साल मॉनसून समय से पहले पहुंच गया है. केरल में 24 मई को इसकी एंट्री हुई और कुछ ही दिन में यह महाराष्ट्र पहुंच गया. मॉनसून की बारिश की शुरुआत मुंबई से हुई और अब कई हिस्सों में मॉनसून पहुंच चुका है. वहीं, कई जगहों पर अभी प्री मॉनसून बारिश का दौर चल रहा है. इस बीच, राज्य के कई हिस्सों में भारी और मूसलाधार बारिश हो रही है. इससे कहीं फायदा हो रहा है तो कहीं किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. महाराष्ट्र के सांगली में एक गांव में पिछले 8 दिनों से लगातार बारिश के कारण किसानों को नुकसान की खबरें आ रही है तो वहीं, जालना जिले के मंठा तहसील में पूर्णा नदी में बाढ़ आ गई है, लेकिन लोग इससे खुश हैं, क्योंकि अब उन्हें पानी मिल सकेगा.
सांगली के चिकुर्डे गांव में पिछले आठ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण किसान भगवान सुतार को आर्थिक रूप भारी नुकसान हुआ है. इस प्री-मानसून बारिश के कारण किसान भगवान सुतार के खेत में पानी भर गया है, जिससे तैयार मूंगफली की फसल को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने अपने खेतों में जायद सीजन की मूंगफली उगाई थी.
उन्होंने पिछले दस से बारह दिनों में मूंगफली की कटाई करने की योजना बनाई थी. लेकिन, तब तक प्री-मॉनसून बारिश शुरू हो चुकी थी. लगातार आठ दिनों की बारिश के कारण खेत में पानी भर गया और पूरी मूंगफली की फसल पांच दिनों तक पानी में डूबी रही, जिससे ये फलियां जमीन के अंदर ही उग आईं. इसके परिणामस्वरूप अपेक्षित उत्पादन में कमी आई है और भारी नुकसान हुआ है.
सुतार ने महंगी रोपाई और छिड़काव के माध्यम से मूंगफली की फसल को पुनर्जीवित किया था, उन्हें उम्मीद थी कि जायद मूंगफली की फसल से अर्जित धन से उनका छोटा सा कर्ज चुक जाएगा. इसके लिए वह गर्मियों के दौरान पूरी रात जागकर पानी की उचित व्यवस्था करते थे. लेकिन बारिश ने इन सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. किसान ने बताया कि उन्होंने बारिश के बीच मूंगफली की कटाई शुरू कर दी है, लेकिन मूंगफली के जाल में फलियां कम और अंकुर ज्यादा हैं. किसान ने सरकार से तुरंत पंचनामा करके फसल नुकसान के लिए मुआवजा देने की मांग की हैं.
वहीं, भारी बारिश के कारण जालना जिले की मंठा तहसील में पूर्णा नदी में बाढ़ आ गई है. इसके कारण मंठा में कई नदी और नाले उफान पर हैं. बाढ़ का पानी देवथाना-उसवत-कानडी मार्ग पर बने पुल के ऊपर से बह रहा है. इसके कारण नागरिकों को पानी से होकर यात्रा करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. साथ ही जालना जिले के घनसावंगी तालुका के करडगांव में इद्रुपा नदी में भी बाढ़ आ गई है. हालांकि, नदी में बाढ़ आने से किसान और ग्रामीण खुश हैं, क्योंकि उनकी पानी की समस्या हल हो गई है.
जिले की बदनापुर तहसील में भी भारी बारिश के कारण रोशनगांव में लहुकी नदी में बाढ़ आ गई है, जिससे गांव के लोगों की पानी की समस्या का समाधान हो गया है. हालांकि, बारिश और तेज हवाओं के कारण धोपटेश्वर में मोसंबी के बगीचों को काफी नुकसान हुआ है. यहां बड़ी संख्या में मोसंबी के फल गिर गए हैं, जिससे किसान चिंतित नजर आ रहे हैं.
इस बीच, अंबड़ तालुका के गोलापंगरी में दुधाना नदी भारी बारिश के कारण पूरी तरह से लबालब बह रही है. कहा जा रहा है कि अब तक के इतिहास में पहली बार मई के महीने में दुधाना नदी में बाढ़ आई है. इसके कारण गोलापंगरी में पानी उपलब्ध होने से किसानों और ग्रामीणों की पाणी की चिंता दूर हो गई है. (सांगली से प्रबोधिनी चिखलीकर और जालना से गौरव विजय साली की रिपोर्ट)