हिमाचल प्रदेश में बीते तीन दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है. कई हिस्सों में बारिश कहर बनकर बरस रही है. कई जिलों से तबाही की खबरें सामने आ रही हैं. कई जगह से बादल फटने और लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही हैं. बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के तीन जिलों मंडी, सिरमौर और सोलन में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है. सबसे अधिक बारिश मंडी जिला के सरकाघाट में 130 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई है. राज्य मौसम विभाग ने आगामी तीन से चार दिनों तक राज्य के छह से सात जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है. भारी बारिश से फ्लैश फ्लड, भूस्खलन, विजिबिलिटी कम रहना और नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की आशंका जताई गई है. मौसम विभाग ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को नदी नालों से दूर रहने की हिदायत दी है.
हिमाचल प्रदेश में इस सीजन में मॉनसून की एंट्री भारी तबाही के साथ हुई है. हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने आते ही तबाही मचा कर रख दी है. प्रदेश भर में मॉनसून का प्रकोप देखने को मिल रहा है. मूसलाधार बारिश के चलते प्रदेश को करोड़ों रुपये का नुकसान हो चला है. हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग को अब तक 27 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. प्रदेश में 301 सड़कें बंद हैं. इनमें से 180 सड़कों को सोमवार शाम तक बहाल किया जाएगा, जबकि अन्य 106 सड़कें आने वाले एक-दो दिन में बहाल होंगी.
प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने जानकारी दी है कहा कि सड़कें बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग की 390 मशीनरी मौके पर तैनात हैं. सरकार जल्द ही फीडबैक के लिए एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी करेगी, जिसमें लोग अपनी समस्याएं बता सकेंगे.
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हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश को बारिश की वजह से खासा नुकसान हुआ है. लगातार हो रही बारिश का असर पर्यटन कारोबार पर भी पड़ रहा है. लोगों को कम से कम परेशानी हो और सहूलियत मिल सके, इसके लिए विभाग लगातार काम कर रहा है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने ठियोग में बन रहे बैली ब्रिज का काम रिकॉर्ड एक हफ्ते के वक्त में पूरे करने पर विभाग के कर्मचारियों को बधाई दी है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पुल के नजदीक बनी कॉलोनी का सीवरेज सीधा सड़क पर आ रहा था. इसी वजह से सड़क का डंगा बैठ गया और यह हादसा हुआ. उन्होंने अन्य विभागों से भी इस ओर ध्यान देने की बात कही है.
दूसरी ओर, मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बागी खड्ड में बादल फटने की घटना सामने आई इै. बादल फटने की इस घटना से सड़क यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है, जिसके चलते पराशर घुमने गए पयर्टक सहगल में फंस गए. हालांकि प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से सहगल में फंसे पयर्टकों के लिए रहने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई. पुलिस और प्रशासन मार्ग को बहाल करने में जुटा हुआ है. वहीं मंडी के एएसपी सागर चंद ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दो दिनों से जिला में भारी बारीश हो रही है.
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पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारीश के चलते मंडी जिला में तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं. हिमाचल घुमने आ रहे पर्यटकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर हणोगी के समीप खोती नाला के पास भारी भूस्खलन की खबर है. मंडी और पंडोह के बीच चार मील और सात मील के पास भारी भूस्खलन होने कारण एनएच 21 पूरी तरह से बंद हो गया. इससे मंडी और पंडोह के बीच एनएच 21 पर गाड़ियों का लंबा जाम लग गया. पर्यटकों को भूखे प्यासे गाड़ियों में रात गुजारनी पडी, जिसके कारण पर्यटकों को खासी मुसीबतों को सामना करना पड़ा. वहीं ब्यास नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है, प्रशासन बार-बार लोगों को ब्यास नदी से दूर रहने की नसीहत दे रहा है.