इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग ने बदली किसान की किस्मत, कुछ ही साल में होने लगी बेहतर कमाई

इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग ने बदली किसान की किस्मत, कुछ ही साल में होने लगी बेहतर कमाई

प्रगतिशील किसान चरण सिंह अपने खेतों में इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग तकनीक के जरिए प्याज, धनिया, लहसुन और टमाटर सहित कई अन्य फलों और सब्जियों की खेती करके बेहतर मुनाफा कमा रहे हैं.

इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग ने बदली किसान की किस्मत, (सांकेतिक तस्वीर)इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग ने बदली किसान की किस्मत, (सांकेतिक तस्वीर)
संदीप कुमार
  • Noida,
  • Apr 15, 2023,
  • Updated Apr 15, 2023, 4:38 PM IST

देश के किसान अब कृषि के क्षेत्र में नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल करने लगे हैं. धीरे-धीरे किसान भी खुद को आधुनिकता के इस दौर से जोड़कर कृषि के क्षेत्र में कीर्तिमान हासिल करने लगे हैं. इन तकनीकों का इस्तेमाल कर किसान अब बढ़िया मुनाफा भी कमा रहे हैं. वहीं सरकार के नुमाइंदों द्वारा भी नई तकनीकों के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए गांव-गांव जाकर जागरूकता कार्यक्रम चलाई जाती है. ताकि किसान प्रशिक्षित होकर उन तकनीकों का इस्तेमाल अपनी खेती-बाड़ी में कर सकें.

इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग भी इन्हीं तकनीकों में से एक है. इस तकनीक को अपना कर प्रगतिशील किसान के लिस्ट में शामिल हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले किसान चरण सिंह बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं.

किन फसलों की करते हैं खेती

प्रगतिशील किसान चरण सिंह अपने खेतों में इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग तकनीक के जरिए प्याज, धनिया, लहसुन और टमाटर सहित कई अन्य फलों और सब्जियों की खेती करके बेहतर मुनाफा कमा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले वह आर्थिक रूप से कमजोर थे. पर जब से उन्होंने इस तकनीक का प्रयोग किया तब से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो गई है. खेती से हो रही इनकम से ही उनका घर बार चलता है और उनके बच्चे अच्छे स्कूलों में पढ़ते हैं. साथ ही उनके घर के अन्य सदस्यों का खर्च भी खेती के सहारे ही चलता है.

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इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग क्या है?

इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग जैविक खेती का एक हिस्सा है. यह एक पारंपरिक कृषि प्रणाली है, जिसमें एक ही जमीन पर यानी एक ही खेत में दो या दो से अधिक फसलों की खेती एक साथ किया जाता है. इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग तकनीक मिश्रित खेती से अलग है. इस तकनीक में दो खेती इसलिए किया जाता है ताकि अगर एक फसल खराब हो जाए तो दूसरी फसल का उत्पादन बरकरार रहे. दूसरी साथ में उगाई गई फसल को सहयोगी फसल कही जाती है.

इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग के फायदे

इंटर क्रॉपिंग फार्मिंग के काफी फायदे हैं. वहीं इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसानों को अपनी लाभ और मुनाफे के लिए किसी भी सीजन का इंतजार नहीं करना पड़ता है. इस तकनीक का इस्तेमाल कर किसान सालों भर बढ़िया मुनाफा भी कमा सकते हैं. इस तकनीक से एकल फसल यानी अकेले फसल से अधिक मुनाफा होता है. साथ ही इससे मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहती है. साथ ही इस तकनीक से खरपतवार में नियंत्रण भी होता है. 

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