किसानों को विदेश भेज रही इस राज्‍य की सरकार, सीखने को मिलेंगे उन्‍नत खेती के गुर, पढ़ें डिटेल

किसानों को विदेश भेज रही इस राज्‍य की सरकार, सीखने को मिलेंगे उन्‍नत खेती के गुर, पढ़ें डिटेल

राजस्‍थान सरकार ने प्रदेश के 100 युवा प्रगतिशील किसानों को नॉलेज एनहेंसमेन्ट प्रोग्राम के तहत इजरायल सहित अन्य देशों में उन्‍नत खेती सीखने के लिए भेजने की तैयारी की है. अगर आप भी किसान हैं तो इस कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी पढ़ लीजिए. इसमें आवेदन की तारीख 10 स‍ितंबर तय गई है.

किसानों को एमएसपी की गारंटी देने के पक्ष में देश के लोग (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर) किसानों को एमएसपी की गारंटी देने के पक्ष में देश के लोग (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 06, 2024,
  • Updated Sep 06, 2024, 7:44 PM IST

Rajasthan News: सरकार किसानों की आय बढ़ाने, उन्‍नत तकनीक से खेती-किसानी को बढ़ावा देने के लिए समय-समय अलग-अलग प्रकार की योजनाएं और कार्यक्रम चलाती है. इसी क्रम में राजस्‍थान सरकार ने अपने राज्‍य के किसानों को उन्‍नत खेती सिखाने के लिए विदेश भेजने का कार्यक्रम शुरू कि‍या है. इस योजना के तहत यहां के किसान विदेश जाकर हाई-टेक खेती के गुर सीखेंगे. अगर आप भी विदेश में उन्‍नत खेती सीखकर कृषि क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं तो इस योजना के बारे में जानिए.

10 संभागों से चुने जाएंगे किसान/पशुपालक

इसके लिए किसान खुद राज किसान साथी पोर्टल पर 10 सितंबर तक आवेदन कर सकेंगे. प्रदेश के 100 युवा प्रगतिशील किसान नॉलेज एनहेंसमेन्ट प्रोग्राम के तहत इजरायल सहित अन्य देशों में कृषि भ्रमण के लिए जाएंगे. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बजट में इस योजना की घोषणा की थी. इसके अंतर्गत राज्‍य के प्रगतिशील युवा किसानों को खेती की नई तकनीक सीखने लिए इजरायल और अन्य देशों में भेजा जाएगा.

पहले चरण में 100 लोगों को मौका

पहले चरण में राज्‍य के 10 कृषि संभागों से खेती और डेयरी में प्रगतिशील 100 किसानों का चयन किया जाएगा. इस योजना में ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. किसान चाहें तो खुद भी राज किसान साथी पोर्टल पर 10 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं. योजना में पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किसानाें का चयन किया जाएगा.

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योजना के लिए ये है निर्धारित योग्‍यता

  • किसान की उम्र 50 साल से कम हो
  • किसान/पशुपालक के पास पासपोर्ट हो
  • किसान के नाम पर पिछले 10 साल से कम से कम 1 हेक्टयर खेती योग्‍य भू‍मि‍ हो
  • डेयरी या पशुपालन में भी आवेदक को 10 साल से डेयरी से जुड़ा होना अन‍िवार्य है

उन्‍नत तकनीक से खेती सीखेंगे किसान

योजना में चयनित किसान कम जमीन, कम पानी में पॉली हाऊस और ऑफ सीजन में बेहतर खेती के त‍रीके और तकनीक सीखेंगे. इसके अलावा कम पानी में अधिक उत्पादन वाली फसलों को उगाने की तकनीक सीखने को मिलेगी. बता दें कि पहले भी राजस्थान के किसान इजरायल में तकनीकी प्रशिक्षण पा चुके हैं.

योजना को लाने के पीछे सरकार का इरादा यह है कि राजस्थान के किसान आधुनिक तकनीक से खेती-कि‍सानी, बागवानी करने वाले देशों में जाएं और वहां की तकनीक सीखकर लौटें. ऐसा होने पर यहां भी उन्नत खेती को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी. योजना में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिला किसानों को मौका दि‍या जाएगा. साथ ही दुग्ध उत्पादक, पशुपालक भी योजना के लिए चुने जाएंगे.

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