केंद्र सरकार ने किसानों और पशुपालकों के लिए मनरेगा पशु शेड योजना नामक एक नई योजना शुरू की है. उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब में रहने वाले सभी पशुपालकों को इस योजना का लाभ मिलेगा. इस योजना के तहत पशुपालकों को मिलने वाले कई लाभ हैं. और इन फायदों की मदद से वे अपने पशुओं की बेहतर तरीके से देखभाल कर सकते हैं. लाभार्थियों को इस मनरेगा पशु शेड योजना के तहत वित्तीय लाभ मिलेगा, उनकी निजी भूमि पर पशु शेड स्थापित करने के लिए प्रदान किया जाएगा. क्योंकि बहुत से ऐसे पशुपालक हैं जो आर्थिक तंगी के कारण अपने पशुओं का पालन-पोषण अच्छे तरीके से नहीं कर पाते हैं और इसी कारण पशुओं से अधिक लाभ भी नहीं कमाया जा सकता है.
इस योजना का लाभ उठाने के लिए अब उत्तर प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश और बिहार में रहने वाले सभी पशुपालक मनरेगा पशु शेड योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं. यह योजना केंद्र सरकार द्वारा बकरी, भेड़ गाय, भैंस आदि पालने वाले लोगों के लिए शुरू की गई है. जो लोग इस योजना के लिए पंजीकरण करेंगे उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी. और इस सहायता की मदद से वे अपने पशुओं की अच्छी देखभाल कर सकते हैं. लाभार्थी इस राशि का उपयोग शेड, दवाई, जमीन आदि कार्यों के लिए भी कर सकते हैं. वही पशुपालक जिन्हें मनरेगा से कार्ड मिला है वे ही इस योजना का लाभ ले सकेंगे. तीन पशु रखने पर 60,000 से 80,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता की सीमा.
इतना ही नहीं जिन पशुपालकों के पास तीन या चार पशुओं से अधिक पशु हैं उन्हें 500 रुपये का लाभ प्रदान किया जायेगा. केंद्र सरकार की ओर से एक लाख 16 हजार. तथा पशुपालक जो अधिक पशु पालते हैं, उन्हें 5000 रुपये की सहायता. ऐसे पशुपालकों को एक लाख 60 हजार रुपये दिए जाएंगे. इस सहायता राशि का उपयोग हितग्राही द्वारा पशुशाला निर्माण, फर्श एवं मूत्रालय टंकी आदि कार्यों हेतु एवं अन्य कार्यों हेतु किया जा सकता है. कोई भी लाभार्थी जो मनरेगा पशुशाला योजना 2023 में अपना आवेदन कर लाभ प्राप्त करना चाहता है, वह आवेदन प्रक्रिया पूरा कर लाभ उठा सकते हैं.
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मनरेगा पशु शेड योजना केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में शुरू की गई है, जिसके कारण अभी तक ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. लेकिन योजना का लाभ लेने के लिए बैंक से फॉर्म प्राप्त कर ऑफलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. इसकी प्रक्रिया इस प्रकार है.
MGNREGA भारत सरकार द्वारा कार्यान्वित एक सामाजिक कल्याण योजना है जो ग्रामीण परिवारों को प्रति वर्ष 100 दिनों के रोजगार की गारंटी देती है. कार्यक्रम का उद्देश्य टिकाऊ संपत्तियों और रोजगार के अवसरों के निर्माण के माध्यम से आजीविका सुरक्षा को बढ़ाना और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना है.
मनरेगा के तहत पशु शेड के निर्माण सहित विभिन्न प्रकार की परियोजनाएं शुरू की जा सकती हैं. यह योजना पशुपालन में लगे ग्रामीण परिवारों को समर्थन देने के लिए पशुधन से संबंधित बुनियादी ढांचे, जैसे शेड के निर्माण के लिए धन प्रदान करती है. ये मवेशी शेड विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन के कल्याण और उत्पादकता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं.
पशुशाला निर्माण हेतु मनरेगा से लाभान्वित होने के लिए पात्र ग्रामीण परिवार ग्राम पंचायत अथवा स्थानीय प्रशासन के माध्यम से योजनान्तर्गत कार्य हेतु आवेदन कर सकते हैं. इसके बाद रोजगार की मांग और धन की उपलब्धता के आधार पर काम आवंटित किया जाता है.
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि योजनाएँ समय के साथ बदल सकती हैं. किसी विशिष्ट योजना या कार्यक्रम के बारे में सबसे अद्यतन जानकारी प्राप्त करने के लिए, आधिकारिक सरकारी वेबसाइटों पर जाकर देख सकते हैं.