देश में मशरूम की मांग काफी तेजी से बढ़ रही है. इसके पौष्टिक गुणों और बढ़ती हुई मांग को देखते हुए मशरूम की खेती का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है. कम जगह और कम लागत में मशरूम की खेती मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है. इसी कड़ी में बिहार सरकार ने मशरूम की खेती से बेरोजगारों की बेरोजगारी को दूर करने का फैसला किया है. दरअसल कृषि विभाग अब बेरोजगार महिला और पुरुषों की बेरोजगारी को मशरूम उत्पादन के माध्यम से दूर करने की सोच रही है. बेरोजगारों को सब्सिडी का लाभ देकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा.
बिहार में बागवानी विकास कार्यक्रम के तहत उद्यान विभाग की ओर से बेरोजगार महिला-पुरुषों के बीच मशरूम किट का वितरण किया जाएगा. साथ ही इसकी खेती के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. ऐसे में आइए जानते हैं इस योजना का लाभ उठाने के लिए कैसे करें आवेदन.
कृषि विभाग की ओर से बताया गया है कि योजना का लाभ लेने के वाले इच्छुक किसानों को प्रत्येक जिले में ट्रेनिंग दी जाएगी. वहीं किसानों को इस योजना में आवेदन करने को लेकर प्रोत्साहित भी किया जाएगा. इस योजना के लिए लाभुक किसानों को डीबीटी पोर्टल पर रजिस्टर्ड होना होगा. साथ ही ऑनलाइन आवेदन करने वाले बेरोजगारों को पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर योजना का लाभ दिया जाएगा. ऐसे में एक लाभार्थी को 90 फीसदी सब्सिडी पर अधिकतम 100 किट उद्यान विभाग की ओर से उपलब्ध कराया जाएगा.
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सरकार की ओर से इस योजना में सभी वर्ग की 30 फीसदी महिलाओं को लाभ दिया जाएगा, ताकि वे मशरूम उत्पादन कर अच्छी आमदनी कमा सकें. वहीं इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेरोजगार पुरुष और महिलाओं को किट उपलब्ध करा के मशरूम की खेती को बढ़ावा देना है. इसके माध्यम से बेरोजगार पुरुष और महिलाएं रोजगार कर बेहतर कमाई कर सकते हैं. इससे उद्यमियों की मांग के अनुरूप मशरूम को बाजार में आसानी से उपलब्ध कराया जा सकेगा.
इस योजना को लेकर सहायक निदेशक, उद्यान, नीरज कुमार क्षा ने बताया कि 25 हजार लाभार्थियों को इस योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है. बागवानी विकास कार्यक्रम के तहत बेरोजगार किसानों को मशरूम किट 90 फीसदी की सब्सिडी पर दिया जाएगा. यानी 60 रुपये के एक किट के लिए किसानों को मात्र 06 रुपये का ही भुगतान करना होगा. ऐसे में बिहार के बेरोजगारों के लिए यह एक अच्छा मौका है.