Farm Machinery: बिहार सरकार ने दी किसानों को बड़ी सौगात, सब्सिडी पर मशीनरी बैंक योजना लागू

Farm Machinery: बिहार सरकार ने दी किसानों को बड़ी सौगात, सब्सिडी पर मशीनरी बैंक योजना लागू

बिहार सरकार ने किसानों को बड़ी सौगात दी है. अब किसान सब्सिडी पर फार्म मशीनरी बैंक की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे. इस योजना के तहत किसानों को कम कीमत पर आधुनिक कृषि उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे उनकी मेहनत और लागत दोनों कम होगी. इससे कृषि उत्पादन बढ़ेगा और किसानों की आय में सुधार होगा. बिहार सरकार की इस पहल से राज्य के किसान तकनीकी रूप से सशक्त बनेंगे और खेती की गुणवत्ता में सुधार होगा.

Farmers will get subsidy on agricultural machinesFarmers will get subsidy on agricultural machines
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jun 12, 2025,
  • Updated Jun 12, 2025, 10:29 AM IST

Farm Machinery: खेती को आसान और लाभकारी बनाने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें भी लगातार प्रयास कर रही हैं. इसी दिशा में बिहार सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. सरकार इस साल 38 नए फार्म मशीनरी बैंक खोलने जा रही है, जिससे छोटे और सीमांत किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों की सुविधा किराये पर मिल सकेगी. बिहार सरकार की यह योजना खेती को आधुनिक बनाने और किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. इससे न केवल खेती सरल और लागत प्रभावी होगी, बल्कि छोटे किसानों को भी तकनीक से जुड़ने का मौका मिलेगा.

क्या है फार्म मशीनरी बैंक योजना?

फार्म मशीनरी बैंक (Farm Machinery Bank) एक ऐसा केंद्र होता है जहां पर विभिन्न प्रकार के आधुनिक कृषि यंत्र उपलब्ध होते हैं. किसान इन यंत्रों को किराये पर ले सकते हैं और खेत में उपयोग कर सकते हैं. इस योजना के तहत बिहार सरकार एक मशीनरी बैंक की स्थापना पर 10 लाख रुपए तक की लागत निर्धारित की है, जिसमें से 80 प्रतिशत यानी अधिकतम 8 लाख रुपए की सब्सिडी राज्य सरकार की ओर से दी जाएगी.

किन किसानों को होगा सबसे ज्यादा फायदा?

यह योजना खासतौर पर छोटे और सीमांत किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है, जो महंगे कृषि यंत्र खरीदने में सक्षम नहीं होते. अब ऐसे किसान खेत की जुताई, बुआई, कटाई और थ्रेसिंग जैसे कार्यों के लिए ट्रैक्टर, थ्रेशर, पावर टिलर जैसे यंत्र किराये पर ले सकेंगे.

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कौन ले सकता है योजना का लाभ?

इस योजना का लाभ सिर्फ व्यक्तिगत किसान ही नहीं, बल्कि कृषि समूह और संगठन भी उठा सकते हैं. इनमें शामिल हैं:

  •  जीविका समूह
  •  ग्राम संगठन
  •  क्लस्टर फेडरेशन
  •  फार्मर इंटरेस्ट ग्रुप (FIG)
  •  किसान क्लब (नाबार्ड/बैंक से जुड़े)
  •  किसान उत्पादक संगठन (FPO)
  •  किसान उत्पादक कंपनियां (FPC)
  •  स्वयं सहायता समूह (SHG)
  •  पैक्स (PACS)

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कौन-कौन से कृषि यंत्र मिलेंगे?

  • ट्रैक्टर
  • पावर टिलर
  • सीड ड्रिल
  • रीपर
  • थ्रेशर
  • और अन्य आधुनिक यंत्र

सरकार स्थानीय फसल चक्र और जरूरतों के अनुसार यंत्रों का चयन करेगी, ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके.

कैसे होगा किसानों को लाभ?

  • कम लागत में खेती संभव होगी
  • मानव श्रम पर निर्भरता कम होगी
  • समय की बचत होगी
  • उत्पादन और उत्पादकता में बढ़ोतरी होगी
  • फसल की बुवाई और कटाई समय पर हो पाएगी

अब किसानों को आधुनिक यंत्र आसानी से उपलब्ध होंगे, जिससे वे अपनी आय बढ़ा सकेंगे और आत्मनिर्भर बन सकेंगे.

अब तक कितनी प्रगति हुई?

बिहार के कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि राज्य में अब तक 569 फार्म मशीनरी बैंक खोले जा चुके हैं. ये बैंक खेती के लिए जरूरी उपकरण सुलभ करवा रहे हैं और खेती को आसान बना रहे हैं.

कृषि रोडमैप का हिस्सा है यह योजना

यह योजना बिहार के कृषि रोडमैप का हिस्सा है. सरकार का लक्ष्य है कि हर किसान को आधुनिक तकनीक और संसाधनों से जोड़ा जाए. 80% तक की सब्सिडी और यंत्रों की साझा उपलब्धता से यह योजना किसानों को नई दिशा दे रही है.

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