किसानों की मांगों को लेकर पंजाब के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर चल रहे 13 माह से आंदोलन को भारतीय किसान यूनियन ने समर्थन दिया है. भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि देश में चल रहे आंदोलन में हम किसानों के साथ हैं. पंजाब के दोनों बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन और जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत को ध्यान में रखते हुए हम उत्तर प्रदेश में ग्यारह किसान महापंचायत आयोजित करेंगे. प्रयागराज किसान महाकुंभ राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को देशभर में किसान ट्रैक्टर परेड निकालेंगे. इसके बाद भाकियू ने देश के प्रधानमंत्री के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.
उत्तर प्रदेश-प्रयागराज-भारतीय किसान यूनियन की ओर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित किसान महाकुंभ राष्ट्रीय चिंतन शिविर के अंतिम दिन आज किसान मजदूर महापंचायत आयोजित की गई. राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों मजदूरों के हक की लड़ाई के लिए और किसान आंदोलन के समर्थन में देशभर में 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि देश में चल रहे आंदोलन में हम किसानों के साथ हैं और दोनों बॉर्डर और जगजीत सिंह डालेवाल जी की सेहत को ध्यान में रखते हुए हम आंदोलन को धार देते हुए उत्तर प्रदेश में ग्यारह किसान महापंचायत आयोजित करेंगे.
भारतीय किसान यूनियन ने देश के प्रधानमंत्री के नाम अपनी लंबित मांगों का ज्ञापन सौंपा. इसमें पीएम को संबोधित करते हुए कहा गया कि आपको अवगत करना है कि देश का अन्नदाता व निर्माणदाता विकास की दो सबसे मजबूत धुरी है. प्रधानमंत्री जी यह वर्ग कभी भी देश को भूखा नहीं सोने देता कर्ज की मार हो या मौसम का प्रहार इसने सबको हंसते-हंसते सहा है, लेकिन मौजूदा हालात में यह वर्ग अपने वजूद को तलाश रहा है. बढ़ती हुई महंगाई ग्रामीण परिवारों पर बोझ बनने का काम कर रही है. इसका सबसे ज्यादा प्रभाव इन परिवारों से आने वाले बच्चों की शिक्षा पर पड़ रहा है. एक तरफ महंगाई और दूसरी तरफ बेरोजगारी बच्चों के भविष्य को खतरे में डाल रही है. यह सब हालात इन परिवारों को कर्ज लेने पर मजबूर कर रहे हैं. जमीने बैंकों में बंधक हो चुकी हैं. अगर एमएसपी गारंटी कानून हो और फसलों का सही भाव हो तो उनके सिर से यह भार कुछ काम हो सकता है. इसी वजह से देश का यह वर्ग आत्महत्या करने पर मजबूर हैं.