Jagdeep dhankhar: राज्यसभा में शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच तीखी बहस हो गई. इस बहस में किसान और मजदूर का मुद्दा उठ गया. एक तरफ सभापति धनखड़ ने खुद को किसान का बेटा बताया तो दूसरी ओर खरगे ने मजदूर का बेटा बताया. दोनों के नेताओं के बीच कुछ देर तक तीखी बहस चलती रही.
बहस के दौरान धनखड़ ने कहा, मैं किसान का बेटा हूं. इस पर खरगे ने कहा, मैं मजदूर का बेटा हूं. इसके जवाब में धनखड़ ने कहा मैं झुकुंगा नहीं. उन्होंने कहा, मर जाऊंगा देश के लिए पर झुकुंगा नहीं. फिर खरगे ने मजदूर का बेटा होने का बयान दोहराया. खरगे ने आगे कहा, आपके बाप मशीन से पैसे गिनते थे. मेरा बाप मजदूरी करके लाता था. इस पर धनखड़ ने कहा, मैं सभी को इज्जत देता हूं. पर आप लोगों की भाषा देखिए.
इसके जवाब में खरगे ने कहा, हम आपकी तारीफ करने के लिए नहीं आए हैं सदन में. इस पर धनखड़ ने कहा कि देश को पता है कि आप किसकी तारीफ सुनना चाहते हैं. दरअसल, जब से इस बार सदन का सत्र शुरू हुआ है तब से पक्ष और विपक्ष में तकरार है. इस बार तो विपक्ष ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति धनखड़ को भी घेरा है. यहां तक कि कांग्रेस ने उनके खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव लाया है.
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शुक्रवार को राज्यसभा में बहस के दौरान धनखड़ ने कहा, आप लोग ध्यान रखिए. किसान का बेटा हूं. कमजोरी नहीं दिखाऊंगा, देश के लिए मर जाऊंगा, मिट जाऊंगा. आप लोगों को लगता है कि किसान का नेता यहां क्य़ों बैठा है. मुझे पीड़ा होती है, मैं सभी तो इज्जत देता हूं. लेकिन आप लोगों के बयान देखिए. मैंने बहुत बर्दाश्त किया है. आज का किसान सिर्फ खेतों तक सीमित नहीं है. विपक्ष ने संविधान की धज्जियां उड़ा दी. किसी भी हालत में कमजोर नहीं पड़ूंगा. दिनभर आप लोगों की सुनुंगा लेकिन कमजोर नहीं पड़ूंगा.
कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने धनखड़ को हटाने के लिए प्रस्ताव पेश करने के लिए नोटिस दिया है, जिसमें उन पर "पक्षपातपूर्ण" होने का आरोप लगाया गया है. शुक्रवार दोपहर से पहले के सत्र के दौरान, सत्ता पक्ष के कई सांसदों ने कांग्रेस नेताओं पर धनखड़ का अपमान करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल एक किसान के बेटे का अपमान कर रहा है.
हंगामे के बीच, धनखड़ ने कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को बोलने का मौका दिया. खरगे ने दावा किया कि अध्यक्ष सत्ता पक्ष के सांसदों को अधिक समय दे रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का अपमान किया जा रहा है.
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धनखड़ ने खरगे और सदन के नेता जे.पी. नड्डा से दिन में बाद में सभापति के कक्ष में मिलने को कहा ताकि सदन की कार्यवाही 16 दिसंबर तक स्थगित करने से पहले गतिरोध समाप्त किया जा सके.