खनौरी बॉर्डर पर 57 दिन बाद आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अपने तंबू से बाहर आए. इसके बाद उन्होंने कुछ किसानों से बात की. उन्हें स्ट्रेचर पर लिटाकर तंबू से बाहर केबिन में बिठाया गया. डल्लेवाल को केबिन तक पहुंचाने में पंजाब पुलिस के अधिकारी भी साथ रहे. डल्लेवाल 14 फरवरी को केंद्र और किसानों की मीटिंग में शामिल होंगे. मेडिकल ट्रीटमेंट लेने के बाद जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत में सुधार देखा जा रहा है.
डल्लेवाल ने मेडिकल ट्रीटमेंट लेने का फैसला किया है, लेकिन पूरी मांग नहीं माने जाने तक अन्न नहीं खाएंगे. आमरण अनशन के कारण डल्लेवाल का वजन 20 किलो कम हो गया है. डल्लेवाल को अब लगातार ड्रिप के माध्यम से ट्रीटमेंट दिया जा रहा है.
डल्लेवाल को मेडिकल सहायता देने के मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. पंजाब के महाधिवक्ता गुरमिंदर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि कई अच्छी पहल हुई है. केंद्र ने अपने प्रतिनिधि भेजे हैं और किसानों से बातचीत 14 फरवरी को निर्धारित है. इसके अलावा डल्लेवाल और अन्य किसानों ने मेडिकल सहायता ली है. उनकी हालत में सुधार दिख रहा है.
पंजाब सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि डल्लेवाल को विरोध स्थल के पास के अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा, हमें उम्मीद है कि डल्लेवाल अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे. जब तक वह मानसिक रूप से मजबूत हैं, तब तक वह अपने मुद्दे के लिए लड़ सकेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में पंजाब सरकार के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही को फिलहाल स्थगित रखा है. 14 फरवरी को बैठक के बाद मामले पर सुनवाई की जाएगी.
इससे पहले किसान नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि बुधवार दोपहर को डल्लेवाल को नए ट्रैक्टर-ट्रेलर में शिफ्ट कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बैक्टीरिया मुक्त वातावरण बनाए रखने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम आस-पास के क्षेत्र को साफ और बैक्टीरिया फ्री कर रही है. किसान नेता काका सिंह कोटड़ा और अभिमन्यु कोहाड़ ने इस बात की पुष्टि की कि डल्लेवाल का अनशन और किसानों का संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं. कोहाड़ ने डल्लेवाल के समर्थन में किसानों की देशव्यापी एकजुटता के बारे में भी बताया. किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के समन्वयक सरवन सिंह पंढेर ने गणतंत्र दिवस के दिन विरोध प्रदर्शन की घोषणा की.
शनिवार को कृषि मंत्रालय में संयुक्त सचिव प्रिय रंजन के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल ने खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें 14 फरवरी को चंडीगढ़ में बातचीत फिर से शुरू करने के लिए आमंत्रित किया. शनिवार को केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल की प्रस्तावित बैठक की घोषणा के बाद डल्लेवाल ने मेडिकल सहायता ली, लेकिन उन्होंने अपना अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि वे अन्न जल तब तक नहीं लेंगे जबतक सरकार उनकी मांगों को नहीं मान लेती है. (अमन भारद्वाज और नलिनी शर्मा का इनपुट)