पंजाब की सीमाओं पर किसान आंदोलन के समाप्त होने के बाद सोमवार को सोनीपत में किसान नेताओं ने बैठक की. आंदोलन में शामिल जो किसान नेता जेल में बंद थे, उन्होंने प्रेस वार्ता भी की. किसान नेताओं ने कहा कि आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुए हैं. आम आदमी पार्टी सिर्फ कहने के लिए किसानों के साथ है. भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह के फोटो लगाने का सिर्फ दिखावा कर रही है. जेल में बंद किसानों ने कहा कि एक कमरे में 24 किसानों को रखा गया था.किसान नेताओं ने कहा कि एमएसपी गारंटी कानून बनने तक लड़ाई जारी रहेगी.
वही किसान नेताओं ने कहा कि मई महीने में हरियाणा में दो बड़ी महापंचायत होगी. किसान नेताओं ने कहा कि वे एमएसपी की मांग को लेकर अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और जब तक सरकार इस मांग को नहीं मान लेती है, उनका आंदोलन जारी रहेगा.
मालूम हो कि किसान अपनी लंबित मांगों को लेकर पंजाब की सीमाओं पर बैठे हुए थे, लेकिन किसानों को पंजाब सरकार ने उठा दिया. इसके बाद हरियाणा के किसान भी जो आंदोलन में शामिल थे, वे वापस अपने घर आ चुके हैं. आज सोनीपत में किसान नेताओं ने एक बैठक की. इसमें वे किसान शामिल थे जो जेल में बंद थे. उन्होंने प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि आम आदमी पार्टी किसानों के साथ होने का सिर्फ दिखावा करती है. इन किसानों ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए.
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किसानों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल अपने दफ्तर में भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह की फोटो लगाकर दिखावा कर रहे हैं. वही लड़ाई पंजाब और हरियाणा की सरकार से नहीं है, बल्कि केंद्र सरकार से है. किसान नेताओं ने कहा कि उनका आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है. किसानों ने कहा कि जब तक एमएसपी गारंटी कानून नहीं बन जाएगा लड़ाई जारी रहेगी. किसान नेताओं ने एक जानकारी दी कि हरियाणा में महीने में दो बड़ी महापंचायती होगी. इस महापंचायत में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल भी शामिल होगे.
किसानों ने कहा कि जल्द ही महापंचायत की जगह और तारीख की भी घोषणा कर दी जाएगी. जेल से रिहा हुए किसानों ने कहा कि जेल प्रशासन की तरफ से कोई प्रताड़ना नहीं दी गई, लेकिन जब उन्हें धरने से उठाया गया तो 3 दिन तक अलग-अलग स्थानों पर रखा गया. जहां पर छोटे से कमरे में 24-24 किसान थे जिसके कारण बहुत परेशानी हुई. इसी के साथ किसानों ने चेतावनी दी कि किसानों का आंदोलन एमसपी गारंटी कानून बनने तक समाप्त नहीं होगा.
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अमृतसर में किसान नेता सरवन सिंह पंढे़र ने कहा, "आज हम पंजाब के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल के आवास के बाहर धरने पर बैठे हैं. भगवंत मान सरकार ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर जो किया, यह उसका नतीजा है. भगवंत मान सरकार कह रही है कि किसानों को उनसे कोई दिक्कत नहीं है. ऐसा कुछ नहीं है. बीजेपी और AAP में कोई फर्क नहीं है. हमें लगता है कि उन्होंने गठबंधन कर लिया है... पंजाब के कई युवा नशे की लत के कारण मर गए, क्या पंजाब सरकार के हिसाब से यही विकास है? बेरोजगारी चरम पर है... मुख्यमंत्री मान कहते थे कि हम MSP देंगे, उस वादे का क्या हुआ?... वे कानून व्यवस्था नहीं संभाल पा रहे हैं. शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हमारे सामान को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई पंजाब के मंत्री अमन अरोड़ा और सरकार करेगी..."