MP में कल से किसान न्‍याय यात्रा निकालेगी कांग्रेस, कलेक्‍टर कार्यालयों का घेराव करेंगे नेता-कार्यकर्ता

MP में कल से किसान न्‍याय यात्रा निकालेगी कांग्रेस, कलेक्‍टर कार्यालयों का घेराव करेंगे नेता-कार्यकर्ता

मध्‍य प्रदेश में कांग्रेस ने आने वाले 11 दिनों के लिए राज्‍य की बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. कांग्रेस राज्‍यभर में किसान न्‍याय यात्रा निकालेगी. इसमें पार्टी के दिग्‍गज नेता अलग-अलग जिलों में शामिल होंगे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस यात्रा की घोषणा की है.

क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 09, 2024,
  • Updated Sep 09, 2024, 7:09 PM IST

मध्‍य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस में किसानों और फसल एमएसपी के मुद्दे पर आरोप-प्रत्‍यारोप का दौर जारी है. दोनों ओर से आए दिन बयानबाजी हो रही है. इस बीच कांग्रेस ने की राज्‍य की बीजेपी सरकार के खिलाफ बड़े प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है. दरअसल, कांग्रेस मध्य प्रदेश में 10 स‍ितंबर से 20 सितंबर तक राज्‍य की बीजेपी सरकार के खिलाफ किसान न्याय यात्रा निकालेगी. विपक्षी पार्टी ने साेमवार को इसकी घोषणा की. कांग्रेस का कहना है कि वह बीजेपी सरकार द्वारा किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं करने के खिलाफ प्रदर्शन करेगी.

जिलों में कलेक्‍टर कार्यालय का घेराव

एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया कि बीजेपी ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के का वादा पूरा नहीं किया है. जीतू पटवारी ने कहा कि वह मंगलवार को मंदसौर से किसान न्याय यात्रा शुरू करेंगे और 13 सितंबर को होशंगाबाद और 15 सितंबर को आगर मालवा में इसी तरह के मार्च का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी नेता और कार्यकर्ता हर जिले में कलेक्टर कार्यालयों का घेराव कर विरोध-प्रदर्शन करेंगे.

कांग्रेस के बड़े नेता होंगे शामिल

इस यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, नेता प्रतिपक्ष उमान सिंघार समेत कई दिग्‍गज नेता विभिन्न जिलों में यात्रा में शामिल होंगे. जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में राज्य सरकार का नेतृत्व करने वाले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की आय दोगुनी कर एक लाख तक पहुंचाने का वादा किया था. पटवारी ने पूछा कि बीजेपी ने गेहूं पर 2,700 रुपये और धान के लिए 3,100 रुपये एमएसपी देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक एमएसपी की घोषित क्यों नहीं की गई. 

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सोयाबीन के भाव का उठाया मुद्दा

जीतू पटवारी ने कहा कि इस साल किसानों से सोयाबीन दस साल पुराने भाव पर खरीदी जा रही है. किसानों की खेती की लागत लगभग 4,000 रुपये प्रति क्विंटल थी, लेकिन फसल की कीमत 3,800 रुपये दी जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि सोयाबीन की फसल की कीमत स्पष्ट रूप से यह दिखाती है कि किसानों की आय दोगुनी करने का बीजेपी का वादा झूठा है. उन्होंने दावा किया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में बीजेपी ने राज्य में विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सोयाबीन की फसल की खरीद की घोषणा की है.

मालूम हो कि पिछले महीने ही मंदसौर में कुछ सोयाबीन किसानों ने कम भाव के चलते कई एकड़ खेत में साेयाबीन की खड़ी फसल को ट्रैक्‍टर चलाकर नष्‍ट कर दिया था. उस समय इसका वीडियो काफी वायरल हुआ था. जीतू पटवारी ने भी इसका वीडियो शेयर कर बीजेपी सरकार को घेरा था. वहीं, अब कांग्रेस मंदसौर से ही किसान न्‍याय यात्रा शुरू करने जा रही है. 

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