हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शुक्रवार को राज्य में लगातार तीसरी बार शासन करने की पहली वर्षगांठ का जश्न मनाया. वहीं कांग्रेस ने इस मौके पर नायब सिंह सैनी सरकार की इस वर्ष की 'असफलताओं' की एक लिस्ट पेश की. विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार को आत्ममंथन करने की जरूरत है. आपको बता दें कि साल 2014, 2019 और फिर 2024 में बीजेपी ने विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की. वहीं बीजेपी पहली पार्टी बनी जो लगातार तीसरी बार राज्य में शासन कर रही है.
विपक्ष के नेता हुड्डा ने कहा, 'सरकार की एक साल में असफलताओं की सूची इतनी लंबी है कि जश्न मनाने के बजाय इसे आत्ममंथन करना चाहिए.' हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के किसान मंडियों में परेशान हैं क्योंकि सरकारी एजेंसियां धान की नमी और रंग बदलने का हवाला देकर खरीद से इंकार कर रही हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, 'पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी ने धान के लिए 3,100 रुपये प्रति क्विंटल देने और सभी फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदने का वादा किया था लेकिन आज हकीकत इसके विपरीत है. सरकार किसानों को एमएसपी उर्वरक या समय पर मुआवजा देने में असफल रही है.'
हुड्डा ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी गंभीर सवाल उठाए. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में अपराध बढ़ रहा है, जबकि पुलिस बल कमजोर महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी आत्महत्या कर रहे हैं जो सरकार और प्रशासन की असंवेदनशीलता को दर्शाता है. उन्होंने इस संदर्भ में आईपीएस अधिकारी वाई पुरन कुमार और सहायक उप-निरीक्षक संदीप कुमार का जिक्र किया, जिनकी संदिग्ध आत्महत्या हुई थी. उन्होंने कहा, 'जब किसान, युवा, कर्मचारी और व्यापारी सभी पीड़ित हैं, और बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर हैं तो बीजेपी सरकार का जश्न जनता पर मजाक है.'
हुड्डा ने कहा कि 'डबल इंजन' सरकार के दावे भी पूरी तरह खोखले साबित हुए हैं क्योंकि हरियाणा को न तो केंद्र सरकार से कोई बड़ा प्रोजेक्ट मिला, न ही राज्य सरकार कोई बड़ा विकास कार्य लागू कर सकी.कांग्रेस के महासचिव रनदीप सिंह सुरजेवाला ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'किसान तबाह हैं, दलित दबाए जा रहे हैं, युवा निराश हैं, और कानून-व्यवस्था ध्वस्त है. नायब सैनी के शासन का यह एक साल हरियाणा के लिए आपदा के समान रहा.'
सुरजेवाला ने कहा कि यमुनानगर से सिरसा, पंचकुला से नूह, कैथल से रेवाड़ी और फतेहाबाद से महेन्द्रगढ़ तक हरियाणा में अपराधी गिरोह हावी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि हत्या, लूट, जबरन वसूली और अत्याचार राज्य की संवेदनाओं को झकझोर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'खुलेआम फायरिंग, फिरौती की धमकियां और गैंगस्टर वीडियो रोजाना सोशल मीडिया पर फैलते हैं, और आरोप लगाया कि सरकार संगठित अपराध के सामने हार मान चुकी है.'
सुरजेवाला ने कहा कि राज्य के प्राकृतिक संसाधनों, खनिज, रेत, जंगल, पानी और जमीन, की लूट हो रही है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया, 'नूह जिले में खनन माफियाओं ने विस्फोटकों का इस्तेमाल कर 2,200 करोड़ रुपये से अधिक के पहाड़ों को नष्ट कर दिया.' सोनीपत में अवैध खनन कंपनियों ने यमुना नदी की धारा मोड़ दी, जिससे पारिस्थितिकी पर खतरा बढ़ा और बाढ़ की स्थिति बिगड़ी. सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा में नशा एक सामाजिक महामारी बन चुका है. उनका कहना था कि भाजपा शासन में हरियाणा 'उड़ता हरियाणा' बन गया है.
साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जानबूझकर प्रयास किए जा रहे हैं कि संप्रदाय बंटे और हरियाणा की सामाजिक समरसता को नष्ट हो सके. सूरजेवाला के मुताबिक सत्ता के गलियारों से लेकर सड़कों तक, एकता की भावना पर हमला हो रहा है. सरकार नफरत और विभाजन की राजनीति खेल रही है, जो हरियाणा के भविष्य के लिए खतरनाक है.
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