पंजाब हरियाणा के किसान अपनी सालों पुरानी मांगों और अब तक की तमाम सरकारों की ओर से किए गए वादों को पूरा करवाने के लिए 10 महीनों से आंदोलन कर रहे हैं. आज शंभू बॉर्डर से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली कूच पर निकले, लेकिन कुछ समय बाद मार्च को वापस बुला लिया गया है. किसानों के आंदोलन को कांग्रेस नेता बजरंग पूनिया भी समर्थन दे रहे हैं और शंभू बॉर्डर पर किसानों के बीच पहुंचे. पैदल दिल्ली मार्च के दौरान पुलिस की कार्रवाई में 15 से ज्यादा किसान घायल हो चुके हैं.
किसानों पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर पूनिया ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है, ‘मुझे आए थोड़ा ही समय हुआ है इतने में ही बहुत किसान घायल हो चुके है पुलिस लगातार आँसू गैस के गोले छोड़ रही है। अन्नदाता पर इतना जुल्म…’
शंभू बॉर्डर पर रवाना होने से पहले बजरंग पूनिया ने कई मुद्दों पर ‘हरियाणा तक’ से बातचीत की, क्या कहा बजरंग पूनिया ने सुनिए…
पूनिया ने कहा कि युवाओं और किसानों के काफिले के साथ में शंभू बॉर्डर पर किसानों के बीच जाऊंगा. किसान मेरी जो जिम्मेदारी लगाएंगे, उसे पर खरा उतरूंगा. मैं पार्टी (कांग्रेस) में आने से पहले भी किसानों के साथ था और अभी किसानों के साथ हूं. वन नेशन वन इलेक्शन पर जब उनसे सवाल किया गया तो बजरंग पूनिया ने कहा कि वन नेशन-वन एमएसपी होना चाहिए, ताकि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके.
उन्होंने कहा कि सभी किसान संगठनो एक मंच पर आना चाहिए और इस आंदोलन को मजबूत करना चाहिए. किसान नेता से बात की जाएगी कि सभी किसान संगठन इक्कठे हों. किसान नेता जो जिम्मेदारी लगाएंगे उसको पूरा करूंगा. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का कोई स्वार्थ नहीं है. वे देश के किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं. किसानों को आंसू गैस के गोले और लाठी-डंडे और जहरीली गैस मिल रही है. इससे पहले तक बजरंग पूनिया लोगों से शंभू और खनौरी बॉर्डर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन देने का आह्वान कर रहे थे. उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर लोगों से अपील की थी.
(इनपुट- पवन राठी और असीम बस्सी)