अनार में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें विटामिन, फाइबर, आयरन, पोटैशियम, और जिंक पाया जाता है. इन्हीं वजहों से बाजारों में अनार की मांग सालों भर बनी रहती है. आप अनार को अपने घर के गार्डन में भी लगा सकते हैं, वो भी बिना मिलावट के. अनार को घर के गमले में भी उगाना बेहद आसान है. बस आपको सही तकनीक, सही मौसम और थोड़ी देखभाल से जुड़ी जानकारी होनी चाहिए…
अनार का पौधा लगाने का सबसे उपयुक्त समय बारिश का सीजन यानी जुलाई से सितंबर तक होता है. इन महीनों में मिट्टी में नमी बनी रहती है और मौसम न ज्यादा गर्म होता है न ठंडा. इससे पौधे को जड़ें जमाने में आसानी होती है और पौधा जल्दी पनपता है. इसलिए आप अभी ही घर के गमले में अनार का पौधा लगा सकते हैं.
अगर आपके पास जगह की कमी है तो अनार का पौधा बड़े गमले में भी लगाया जा सकता है. इसके लिए मिट्टी में गोबर की खाद, बालू को बराबर मात्रा में मिलाएं. फिर गमले में पौधे को लगा दें. पौधा लगाने के बाद उसे ऐसी जगह रखें जहां कम से कम 6 घंटे धूप आती हो.
अगर आप अनार का पौधा जमीन में लगा रहे हैं तो ऐसी जगह चुनें जहां धूप भरपूर आती हो और पानी जमा न होता. एक गड्ढा खोदें, उसमें अच्छी मिट्टी और खाद भरें, फिर पौधा लगाकर हल्के हाथों से दबाएं. हर 2–3 दिन में पानी देते रहें. पौधा लगने के बाद शुरुआत में थोड़ी छांव देना फायदेमंद हो सकता है. अनार के पौधे को कम से कम 6 से 8 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए.
वहीं, इसे ज्यादा पानी देने से बचें. हफ्ते में 2–3 बार हल्की सिंचाई पर्याप्त होती है. अत्यधिक पानी से जड़ें सड़ सकती हैं, जिससे पौधा मर सकता है.वहीं, अनार का पौधा लगने के 2 से 3 साल के बाद फल देना शुरू कर देता है.
अगर पौधे की सही देखभाल की जाए कुछ समय बाद सूखी टहनियों को काट दें. इसके अलावा कीटों से सुरक्षा और पर्याप्त धूप देना भी जरूरी होता है. इन बातों का ध्यान रखने से फल जल्दी आते हैं.
जब पौधे में फूल आने लगते हैं तो आमतौर पर 5–6 महीने के भीतर फल पककर तैयार हो जाता है. इस दौरान पौधे को संतुलित पानी और भरपूर धूप मिलती रहनी चाहिए. अगर मौसम सही और पौधा स्वस्थ रहा तो फल अच्छे आकार और स्वाद वाले होंगे.