कृषि के क्षेत्र में पिछले कुछ सालों के अंदर सौर ऊर्जा का चलन काफी तेजी से बढ़ा है. सोलर उपकरणों के प्रयोग से किसानों को कई तरीके से फायदा भी मिल रहा है. ऐसे में कृषि संबंधित कार्यों में सोलर उपकरणों का इस्तेमाल किसान कर रहे हैं. सोलर पैनल से पैदा होने वाली बिजली का इस्तेमाल किसान खेतों में फसलों की सिंचाई और अलग-अलग कार्यों के लिए उपयोग करते हैं. ऐसे में आज किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले 5 सबसे अच्छे सोलर उपकरणों के बारे में बताने जा रहे हैं.
सोलर ट्रॉली एक ऐसा यंत्र है जिसमें एक ट्रॉली पर सोलर पैनल फिट करके. इसे कहीं भी एक खेत से दूसरे खेत तक आसानी से ले जाया जा सकता है. इस ट्रॉली पर सोलर पैनल फिट करने के लिए फ्रेम लगे हुए होते हैं. जिसमें सोलर पैनल आसानी से फिट कर ट्रॉली को धूप में खड़ा कर दिया जाता है, जो तुरंत ही बिजली बनाना शुरू कर देता है. वहीं किसान बिजली पैदा कर फसलों की सिंचाई सरलता से कर सकते हैं. साथ ही किसान इस सोलर ट्रॉली से अच्छी कमाई भी कर सकते हैं.
सोलर रूफटॉप को किसान अपने घर की छत पर लगवा सकते हैं. इससे बिजली पर होने वाले खर्च को 30 से 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है. सोलर रूफटॉप से 25 साल तक बिजली मिलती है. अगर आप भी अपनी घर की छत पर सोलर रूफटॉप लगवाना चाहते हैं, तो अपने राज्य की बिजली वितरण कंपनी से संपर्क कर सकते हैं. वहीं इसके लिए केंद्र सरकार नागरिकों को 500 केवी तक सोलर रूफटॉप लगवाने पर 20 प्रतिशत तक सब्सिडी भी प्रदान करती है.
सोलर इन्वर्टर घरेलू साधारण इन्वर्टर से कुछ अलग और थोड़ा महंगा होता है. यह सूर्य की किरणों से अपनी बैटरी को चार्ज करता है और घर के सभी उपकरणों को चलाता है. वहीं किसान भी इसका इस्तेमाल खेती के कार्य में कर सकते हैं. जिन जगहों पर बिजली की कमी है. किसान वहां पर सोलर इन्वर्टर का प्रयोग कर सकते हैं.
सोलर वाटर पंप एक नए तकनीक वाला वाटर पंपिंग सिस्टम है, जो पीने के पानी, पशुओं के लिए पानी, सिंचाई आदि की आपूर्ति के लिए उपयोगी है. यह सौर पैनलों द्वारा उत्पन्न सौर ऊर्जा पर काम करता है. वर्तमान समय में पानी को पंप करने के लिए किसान सोलर जल पंप का इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं.
सोलर फेसिंग सिस्टम का प्रयोग खेत में घुसपैठियों को रोकने के लिए किया जाता है. सोलर पावर फेसिंग फसलों की सुरक्षा बारहसिंघा, नीलगाय, जंगली सूअर, खरगोश समेत अन्य जंगली जानवरों से करता है. इस सिस्टम से किसानों की फसल सुरक्षा में काफी हद कारगर साबित हो रहा है. सोलर पावर फेसिंग में खेतों या बगीचों में लोहे के एंगल और तारों से कवर किया जाता है. इन तारों को सौर ऊर्जा से बैटरी में जमा करंट दिया जाता है.