नकली बीज इन दिनों किसानों के साथ ही साथ सरकार और अधिकारियों के लिए भी सिरदर्द बन गए हैं. नकली बीजों की वजह से किसानों की पूरी मेहनत बेकार हो जाती है क्योंकि ये बीज उनकी पूरी फसल ही चौपट कर देते हैं.
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश के कई ऐसे किसान पिछले दिनों सामने आए हैं जिन्हें नकली बीजों के चलते बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है. नकली बीज न केवल फसल को बर्बाद करते हैं, बल्कि किसान के सपनों, पूंजी और मेहनत को भी मिट्टी में मिला देते हैं. ऐसे में उनकी पहचान करना बेहद जरूरी हो जाता है.
नकली बीज ऐसे बीज होते हैं जो किसी कंपनी या प्रमाणित स्रोत से नहीं आते उन्हें किसी गोदाम या फैक्ट्री में चोरी-छिपे तैयार किए जाते हैं. इन बीजों की क्वालिटी बेहद खराब होती है और जर्मिनेशन भी घटिया होता है.
कुछ मामलों में तो खाद दुकानदारों द्वारा पुराने या खराब स्टॉक को ही नई पैकेजिंग में बेच दिया जाता है. ऐसे में अगर कोई आपको नकली बीज बेचता है तो आप संबंधित कंपनी या डीलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा सकते हैं.
कैसे बरतें सावधानी: हमेशा बीज सर्टिफिकेशन टैग की जांच करें. बीज के पैकेट पर एक्सपायरी डेट या अंतिम तारीख जरूर चेक करें. इसके अलावा सीलबंद और सुरक्षित पैकेजिंग वाले बीज ही खरीदें. सिर्फ अथॉराइज्ड डीलर से ही बीज खरीदें, बीज टेस्टिंग लैब्स में इन बीजों की जांच जरूर करवाएं.
असली नकली बीज की पहचान: बीजों को गीले कपड़े में लपेटकर दो-तीन दिन के लिए गर्म स्थान पर रखें. अगर 80 फीसदी या या उससे ज्यादा बीज अंकुरित होते हैं तो वो बीज सही माने जाते हैं. असली बीज समान रंग और एक समान आकार के होते हैं.
नकली बीजों में रंग हल्का या अधिक गहरा हो सकता है. उनके आकार में भी अंतर हो सकता है. अगर आपको बीजों पर संदेह हो तो नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) में जांच करवा सकते हैं. बीज डिस्ट्रीब्यूटर की लिस्ट और सरकार से मान्यता प्राप्त कंपनियों से ही बीज खरीदें.