लकड़ी बेचकर भी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. पर वह लकड़ी कीमती होनी चाहिए. अगर आप ही ऐसी ही कुछ खेती करना चाहते हैं तो सफेद चंदन की खेती एक बेहतर विकल्प हो सकती है. सफेद चंदन की खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. क्योंकि आज के दौर में बाजार में इसकी मांग काफी अच्छी है. हालांकि मांग के हिसाब से देश में उत्पादन नहीं होता है इसलिए यह काफी मंहगा बिकता है, यही कारण है कि इसकी खेती से किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. इसकी खेती से मुनाफा कमाने के लिए सबसे पहले यह जानने की जरूरत होती है कि इसकी खेती किस प्रकार से करें ताकि अच्छा मुनाफा कमाया जा सके.
चंदन की खेती की खासियत यह होती है कि इसकी खेती बंजर, पथरीली या पठारी जमीन पर भी की जा सकती है. मतलब खाली पड़े बंजर जमीन का उपयोग इसकी खेती के लिए आराम से किया जा सकता है. सफेद चंदन की खेती के लिए ऐसी जमीन उपयुक्त मानी जाती है जिस जमीन में जलजमाव नहीं होता है. इससे पौधों का विकास सही तरीके से होता है. हालांकि चंदन की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है. चंदन की खेती की एक और बात ध्यान देने योग्य है कि इसकी खेती के बाद कमाई के लिए किसानों को लंबा इंतजार करना पड़ता है.
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चंदन के पेड़ को तैयार होने में 36 से 40 साल का वक्त लग जाता है. हालांकि किसान 25 से 30 साल के पेड़ को भी बेच सकत है. हालांकि इस बीच किसान इस जमीन पर अगर चाहें तो अन्य चीजों खेती कर सकता है, जिससे उससे निरंतर कमाई मिलती रहेगी. 25 से 30 साल होने पर एक चंदन के पेड़ से एक लाख रुपये की कमाई होती है. हालांकि जब पेड़ 36 से 40 साल का हो जाता है तब एक टन से अधिक हो जाती है और 10 से लेकर 25 लाख तक की कमाई होती है. क्योंकि 36 साल होने पर पेड़ों की मोटाई अधिक हो जाती है और पेड़ पूरी तरह से परिपक्व हो जाता है.
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एक एकड़ में सफेद चंदन के लगभग 350 पौधे लगाए जा सकते हैं. सफेद चंदन का पौधा लगाने के लिए दो पौधों के बीच 10 फीट की दूरी जरूर रखें. इसके साथ ही पौधों में समय समय पर सिंचाई की व्यवस्था करें. खेत से अच्छी जल निकासी की व्यवस्था करें. चंदन की खेती के साथ अरहर लगाने से चंदन के पेड़ों का विकास तेजी से होता है. क्योंकि अरहर जमीन को नाइट्रोजन मिलता है और इसका फायदा चंदन के पौधों को होता है. पर्याप्त मात्रा में नाइट्रोजन मिलने से जड़ और लकड़ी में सुगंधित तेलों का अंश बढ़ता है.सफेद चंदन की खेती उन इलाकों में करना चाहिए जहां मिट्टी का पीएच लेवल 6 से 8.5 के बीच हो. इसमें एक लाख रुपये की पूंजी लगाकर कई गुणा अधिक की कमाई की जा सकती है.