राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के किसान सिंचाई के लिए पानी की मांग कर रहे हैं और इसके लिए वो सड़कों पर आंदोलन भी कर रहे हैं. किसानों ने अपनी मांग को मनवाने के लिए राजस्थान-पंजाब बॉर्डर पर हाईवे जाम भी किया हुआ है. किसानों की माने तो जब तक सिंचाई पानी संबंधी उनकी समस्या का समाधान नहीं होता, तब तक वे अपनी मांग बनवाने के लिए आंदोलन जारी रखेंगे. हालांकि, किसान नेताओं तथा प्रशासन के बीच वार्ताओं का दौर भी चला, लेकिन सब बेनतीजा रही. किसानों की माने तो पंजाब से बहकर राजस्थान में आने वाली गंगनहर में इन दिनों पानी की मात्रा पहले से काफी कम हो गई है. वहीं पानी की मात्रा कम होने के कारण खेतों तक इस पानी की पहुंच नहीं हो पा रही, जिससे फसले खराब होने की कगार पर है.
वहीं, दूसरी तरफ किसानों का यह भी आरोप है कि इस पूरे मामले में पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार मनमाना तरीका अख्तियार किया हुआ है. किसानों का कहना है कि पंजाब से पानी को पाकिस्तान की तरफ छोड़ा जा रहा है, जबकि यह पानी राजस्थान मे यदि छोड़ जाता तो स्थिति गंभीर नही होती, किसानों का कहना है कि गंगनहर का पानी पंजाब से होकर राजस्थान आता है, ऐसे में पंजाब सरकार द्वारा पानी को रोका जाना किसानों की रोजी-रोटी पर प्रहार ही कहा जा सकता है. आपको बता दें कि राजस्थान का अन्न का कटोरा कहा जाता है.
मालूम हो कि पिछले कई दिनों से राजस्थान के गंगानगर में किसान सिंचाई पानी की मांग पर आंदोलन कर रहे हैं. वे कभी प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं, तो कभी धरना प्रदर्शन के जरिए अपनी मांग को मनवाने का प्रयास कर रहे हैं. किसानों की माने तो पंजाब सरकार के मनमाने रवैए का शिकार उन्हें होना पड़ रहा है. वहीं राजस्थान की गहलोत सरकार भी इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए है.
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किसानों की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. लेकिन सरकार अपनी तरफ से कोई कदम नहीं उठा रही किसानों ने अब राजस्थान पंजाब बॉर्डर पर हाईवे जाम करते हुए वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है. किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता, तब तक वह इसी तरह से हाईवे जाम रखेंगे.