Education in MP : एमपी में विश्वविद्यालयों के कुलपति को कहा जाएगा अब कुलगुरु

Education in MP : एमपी में विश्वविद्यालयों के कुलपति को कहा जाएगा अब कुलगुरु

एमपी की मोहन यादव सरकार लीक से हटकर नित नए फैसले कर रही है. इस क्रम में मंत्रियों के Income Tax का बाेझ सरकार द्वारा वहन करने के 52 साल पुराने फैसले को पलटने के बाद अब सरकार ने विश्वविद्यालयों के कुलपति का पद नाम बदलने का फैसला किया है. सरकार के इस फैसले के बाद अब एमपी में Vice Chancellor को कुलगुरु कहा जाएगा.

एमपी में कैबिनेट ने किए अहम फैसलेएमपी में कैबिनेट ने किए अहम फैसले
न‍िर्मल यादव
  • Bhopal,
  • Jul 02, 2024,
  • Updated Jul 02, 2024, 7:49 PM IST

मध्य प्रदेश में State University के कुलपति का पद नाम बदल दिया गया है. वाइस चांसलर को अब हिंदी में कुलपति की जगह नया पदनाम 'कुलगुरु' दिया गया है. CM Dr Mohan Yadav की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई. डाॅ यादव ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में नागरिकों के कल्याण और उन्हें अपनी संस्कृति से जुड़ने का भरपूर मौका दिलाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि निरंतर लिए जा रहे ऐसे फैसलों से विभिन्न क्षेत्रों में व्यवस्थागत जरूरी सुधार भी हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस क्रम में विश्वविद्यालयों के कुलपति पद का नया नाम 'कुलगुरु' होगा. उन्होंने दलील दी कि कुलगुरु के संबोधन में आत्मीयता, स्नेह और सम्मान का भाव निहित है. इसलिए इस प्रस्ताव से जुड़े तमाम पहलुओं पर विस्तार से विचार विमर्श करने के बाद MP Cabinet ने इसका अनुमोदन किया है.

गुरु पूर्णिमा से होगी शुरुआत

सीएम डॉ यादव ने सोमवार को देर शाम हुई कैबिनेट की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि 'कुलपति' का पदनाम बदलकर 'कुलगुरु' करने के पीछे सांस्कृतिक कारण तो हैं ही, साथ में इस शब्द से जुड़े सम्मान का भाव भी एक अहम वजह है. उन्होंने कहा कि इस फैसले का महत्व तब और ज्यादा बढ़ जाता है जब 21 जुलाई को गुरु पूर्ण‍िमा का भी पर्व है.

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उन्होंने कहा कि एमपी सरकार लगातार ऐसे फैसले कर रही है, जिससे Youth अपनी संस्कृति की जड़ों से जुड़ सकें. इस कड़ी में सरकार भी अब कुलपति को कुलगुरु के नाम से ही संबोधित करेगी.

अन्य राज्य भी करेंगे अनुसरण

सीएम डॉ यादव ने कहा कि कुलपति का पदनाम बदलने का फैसला पहले ही सैद्धांतिक तौर पर किया जा चुका था. इसकी औपचारिक मंजूरी कैबिनेट से मिलने के बाद इसके असर को इस बात से समझा जा सकता है कि तमाम अन्य राज्यों ने भी इसका अनुसरण करने की पहल की है. उन्होंने कहा कि कुछ राज्य सरकारों ने MP Govt से इस फैसले की प्रति मांगी है. जिससे इसके प्रावधानों का अध्ययन कर वे इसे अपने राज्य में भी लागू कर सकें.

इस फैसले के पीछे उन्होंने Women VC के लिए उत्पन्न होने वाली दुविधा को भी एक वजह बताया. उन्होंने इंदौर में अहिल्याबाई होल्कर विश्वविद्यालय में कुलपति के पद पर एक महिला की नियुक्ति होने का जिक्र करते हुए कहा कि जब कोई विवाहित महिला कुलपति बनती है तो यह पदनाम उसके लिए दुविधा की स्थिति उत्पन्न कर देता है. इसलिए सरकार के इस फैसले से कुलपति बनने वाली महिलाओं को भी दुविधा के इस संकट से मुक्ति मिलेगी. उन्होंने कहा कि अब कुलपति के पद को गुरू परंपरा से जोड़कर पवित्र भाव से इस पद को 'कुलगुरु' नाम दिया गया है.

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ट्यूब वेल खुला छोड़ने पर सख्त हुई सरकार

डॉ यादव ने कैबिनेट के अन्य फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने गोवध रोकने और खुले ट्यूबवेल में गिरने से बच्चों की मौत के मामलों में सख्ती बरतने का फैसला किया है. डॉ यादव ने कहा कि प्रदेश में गोवध की मंशा से गोवंश का Illegal Trade करने वालों के खिलाफ सरकार सख्ती से पेश आएगी. उन्होंने गोवध के लिए गौवंश को ले जाने वाले वाहन कई बार न्यायालय से छूट जाते हैं. ऐसे मामलों में नियमों का उल्लंघन करते पकड़े गए वाहनों को जब्त कर वाहन मालिक के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई होगी.

उन्होंने कहा कि इसी प्रकार Tube well को खुला छोड़ने के मामलों में भी सरकार दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा. Open Tube well में बच्चों के गिरने की घटनाओं का हवाला देते हुए सीएम यादव ने कहा कि ऐसे मामले में ट्यूबवेल मालिक के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी. साथ ही जनहानि होने पर उससे जुर्माना भी वसूला जाएगा. सीएम ने कहा कि ट्यूब वेल को खुला छोड़ने वाले व्यक्तियों की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी.

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