महाराष्ट्र के लातूर में कर्ज से परेशान एक किसान ने अपने ही घर में रस्सी से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. आत्महत्या करने वाले किसान का नाम अभिमन्यु साठे है जो औसा तहसील के हासेगाववाडी गांव का रहने वाला था. अभिमन्यु के पास सिर्फ डेढ़ एकड़ खेती थी. बताया जा रहा है कि पिछले तीन सालों से लगातार सूखा, ओलावृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण खेती में उसका भारी नुकसान हुआ. हर साल खेती में लगाई लागत भी निकाल पाना उसके लिए मुश्किल हो रहा थी. खेती में लगातार घाटे के चलते अभिमन्यु के सर पर कर्जा बढ़ता ही जा रहा था, जिससे तंग आकर उसने अपने घर में फांसी लगा ली.
प्राकृतिक आपदाओं में हर बार फसल बरबाद होने के चलते घर का खर्चा, बच्चों की पढ़ाई और मां की दवाई के लिए अभिमन्यु पैसों का इंतजाम नहीं कर पा रहा था और इसी के चलते वह लगातार अवसाद में था. अपना घर चलाने के लिए उसने पिछले तीन सालों में बैंक, फाइनेंस, निजी साहूकार से ब्याज पर कर्जा भी लिया था, लेकिन इस साल भी उसके खेत में लगी फसल भारी बारिश के चलते बर्बाद हो गई. फिर अभिमन्यु के सामने कर्जा लेकर अपना घर चलाने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं था. हर साल बढ़ रहे कर्ज और ब्याज की चिंता से ग्रसित अभिमन्यु ने अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला लिया.
12 अगस्त के दिन सुबह अभिमन्यु ने अपने बच्चों को स्कूल भेजा. पत्नी मजदूरी के लिए सुबह खाना बनाकर घर से बाहर चली गई थी. बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद अभिमन्यु ने घर आकर अपनी मां के साथ बैठकर खाना खाया. खाना जल्दी से खत्म कर अभिमन्यु घर के दूसरे कमरे में चला गया और वहां पर खुद को रस्सी से फंदा लगाकर उसने खुदकुशी कर ली. अभिमन्यु के परिवार में दो बच्चे, पत्नी और मां, कुल चार लोग बचे हैं. किसान के परिवारजन अब सरकार से अभिमन्यु का कर्जा माफ करके आर्थिक मुआवजा देने की गुहार लगा रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र में किसानों की कर्जमाफी को लेकर मामला गरमाया हुआ है. राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने हाल ही में ये बयान दिया है कि महाराष्ट्र सरकार सिर्फ उन्हीं किसानों का कर्ज माफ करेगी जो जरूरतमंद हैं, ना कि उन किसानों का जो फार्महाउस और बंगले बना रहे हैं. वहीं सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में घोषणा की है कि महाराष्ट्र के जिन किसानों को वास्तव में कर्ज माफी की जरूरत है, उन्हें ही यह मिलना चाहिए. बावनकुले के इस बयान के बाद से राज्य में किसानों की कर्ज माफी को लेकर सुर्खियों बनने लगी हैं. इस साल की शुरुआत से ही राज्य में फसल ऋण पर घमासान मचा हुआ है और लगातार किसानों की आत्महत्याओं के मामले लगातार आ रहे हैं.
(रिपोर्ट- अनिकेत अंकुश यादव)
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