भारत में हरी मिर्च का मसालों में अपना एक अहम रोल है क्योंकि चटपटे भोजन का स्वाद लेना हो तो मिर्च सबसे जरूरी चीजों में से एक है. दरअसल हरी मिर्च एक ऐसी चीज है, जिसका नाम सुनते ही कुछ तीखा और चटपटा स्वाद जहन में आने लगता है. मिर्च न केवल भोजन का एक अहम हिस्सा है बल्कि सेहत के लिए भी कई गुणों से भरपूर होता है. सेहत के गुणों के खजाने से भरी मिर्च को मसाले, दवाई और अचार के लिए प्रयोग किया जाता है. वहीं किसान मिर्च की खेती कर अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं.
अगर आप भी हरी मिर्च की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत वैरायटी पूसा ज्वाला का बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से हरी मिर्च का बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन हरी मिर्च की उन्नत पूसा ज्वाला किस्म का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
पूसा ज्वाला किस्म हरी मिर्च की एक खास वैरायटी है. इस किस्म के पौधे बौने और झाड़ीनुमा होते हैं. ये मिर्च हल्के हरे रंग की होती है. पुसा ज्वाला वैरायटी किस्म कीट और मकौड़ा प्रतिरोधक होती है. इस किस्म की औसतन पैदावार 34 क्विंटल प्रति एकड़ होती है. वहीं यह किस्म 130 से 150 दिन में पक कर तैयार हो जाती है.
अगर आप भी हरी मिर्च की पूसा ज्वाला किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस किस्म के बीज का 100 ग्राम का पैकेट फिलहाल 20 फीसदी की छूट के साथ 65 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम के वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से हरी मिर्च की खेती कर सकते हैं.
मूली कच्ची सब्जी के रूप में इस्तेमाल करने के लिए उगाई जाती है. इसकी खेती कंद सब्जी के रूप में की जाती है. मूली की जापानी सफेद वैरायटी विदेशी है और पहाड़ी इलाकों में इसे अधिक उगाया जाता है. इसकी ख़ासियत यह है कि बुवाई के दो महीने बाद ही ये किस्म तैयार हो जाती है. इस किस्म की मूली की जड़ें एकदम सफेद होती हैं. इस मूली का स्वाद मीठा होता है और प्रति हेक्टेयर इसकी उत्पादन क्षमता औसतन 25 से 30 टन है. अगर आप भी इस किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस बीज का 100 ग्राम का पैकेट 30 रुपये में मिल जाएगा.
नोल खोल एक अनोखी सब्जी है जिसे जंगली गोभी या गांठ गोभी के नाम से भी जाना जाता है. ये पत्ता गोभी से कुछ छोटी आकार की होती है. ये इसलिए भी खास है, क्योंकि इसकी खेती दो साल में सिर्फ एक बार ही होती है. नोल खोल की पर्पल वियना यानी बैंगनी वियना किस्म अपने अनोखे रंग और गुणों के लिए जानी जाती है. इसकी गांठें हरे-सफ़ेद गूदा वाली होती हैं. इसे पकने में लगभग 70 दिन लगते हैं. अगर आप भी नोल खोल का पर्पल वियना किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस बीज का 100 ग्राम का पैकेट 68 रुपये में मिल जाएगा.