सरसों रबी फसल की एक प्रमुख तिलहनी फसल है. इस फसल का भारत की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण स्थान है. सरसों उत्पादन और क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व में चीन और कनाडा के बाद भारत का स्थान है. सरसों की खेती किसानों के लिए काफी लोकप्रिय खेती है. इस फसल की खेती कम सिंचाई और कम लागत में आसानी से हो जाती है. साथ ही सरसों के तेल का डिमांड बाजारों में हमेशा बनी रहती है, क्योंकि सरसों के तेल के कई फायदे होते हैं. सरसों के तेल का इस्तेमाल भारत के लगभग हर एक घर में किया जाता है. सरसों का तेल बालों और त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद होता है.
वहीं इसकी खेती से किसानों को अधिक लाभ भी होता है. अगर आप भी सरसों की खेती करना चाहते हैं और इसका बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से सरसों की बेहतर आरएच-725 (RH-725) किस्म का बीज ऑनलाइन आसानी से अपने घर मंगवा सकते हैं.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन सरसों की RH-725 किस्म का बीज बेच रहा है. इन बीजों को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार के फलों और सब्जियों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
सरसों की आरएच 725 किस्म की विशेषता ये है कि यह प्रजाति 136 से 143 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है. इसकी फलियां लंबी होती हैं और फलियों में दानों की संख्या 17 से 18 तक होती है. दानों का आकार मोटा है. इसके अतिरिक्त इसकी फलियों वाली शाखाएं लंबी होती हैं और उनमें फुटाव भी ज्यादा होती है.
अगर आप भी सरसों की उन्नत किस्म की खेती करना चाहते हैं तो RH-725 किस्म के एक किलो के पैकेट फिलहाल 28 फीसदी छूट के साथ 150 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएंगे. इसे खरीद कर आप आसानी से सरसों की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
बाजारा एक ऐसा अनाज है, जो मनुष्य के साथ- साथ पशुओं के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. बाजरा पौष्टिक गुणों से भरपूर होता है. बाजरा पशुओं में पोषण की कमी को दूर करता है. चारे वाले बाजरे की FBC 16 किस्म साल 2003 में जारी की गई थी. इसके पौधे की ऊंचाई 235 सेंटीमीटर होती है. यह औसतन 230 क्विंटल प्रति एकड़ उपज देती है. इसके पौधे जब बड़े हो जाते हैं तो इसे चारे के लिए इस्तेमाल किया जाता है. अगर आप भी चारे वाले बाजरे की उन्नत किस्म की खेती करना चाहते हैं तो FBC 16 किस्म के दो किलो बीज का पैकेट फिलहाल 40 फीसदी छूट के साथ 109 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा.
भारत में केले के फल का एक प्रमुख स्थान है. केले में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत उपयोगी माने जाते हैं. केले के पौधे की कई किस्म काफी फेमस हैं. लेकिन किसान अधिक पैदावार के लिए 'जी-9' किस्म का इस्तेमाल करते हैं. यह किस्म पकने के बाद भी लंबे समय तक खराब नहीं होती है. अगर आप भी केले के उन्नत किस्म की खेती करना चाहते हैं तो 'जी-9' किस्म के 20000 पौधे फिलहाल 10 फीसदी छूट के साथ 3,37,476 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएंगे.