Asian Games: किसान की बेटी नेहा ठाकुर ने देश का नाम किया रोशन, सेलिंग में जीता सिल्वर मेडल

Asian Games: किसान की बेटी नेहा ठाकुर ने देश का नाम किया रोशन, सेलिंग में जीता सिल्वर मेडल

मध्य प्रदेश के देवास जिले के छोटे से गांव आमलाताज के एक किसान की बेटी ने देश का नाम रोशन किया है. नेहा ठाकुर ने सेलिंग में भारत को सिल्वर मेडल दिलाया. नेहा के पिता ने खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा है कि परिवार और गांव के लोग बहुत खुश हैं.

किसान की बेटी नेहा ठाकुर ने देश का नाम किया रोशनकिसान की बेटी नेहा ठाकुर ने देश का नाम किया रोशन
क‍िसान तक
  • Dewas,
  • Sep 28, 2023,
  • Updated Sep 28, 2023, 11:45 AM IST

मध्य प्रदेश के देवास जिले के छोटे से गांव आमलाताज के एक किसान की बेटी ने देश का नाम रोशन किया है. एशियन गेम्स में मंगलवार को तीसरे दिन मध्य प्रदेश की बेटी नेहा ठाकुर ने सेलिंग में भारत को सिल्वर मेडल दिलाया. इस जीत की खुशी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर नेहा को दी बधाई.
19 वें एशियन गेम्स के तीसरे दिन हांगझोऊ में भारत को 28 पॉइंट के साथ 17 वर्षीय नेहा ठाकुर ने सेलिंग (नोकायन) में सिल्वर मेडल दिलाकर देश के साथ ही देवास जिले का भी नाम रोशन किया है.

नेहा देवास जिले के आमलाताज की रहने वाली हैं. फिलहाल भोपाल में अपनी बीकॉम की पढ़ाई करने के साथ ही एशियन गेम्स की तैयारी के लिए भोपाल में वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी में तैयारी कर रही थीं.

किसान पिता ने शुरू कराई थी ट्रेनिंग

नेहा के पिता मुकेश ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2017 में वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी में ट्रायल के दौरान नेहा का वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी में सिलेक्शन हुआ था. वहीं नेहा ने कक्षा आठवीं तक की पढ़ाई अपने मामा के यहां इंदौर में की है. उसके बाद वो अपने गांव आ गए थी. फिर नेहा ने एक वर्ष तक क्षेत्र में ही सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ाई की उसके बाद से वह खेल में रुचि लेने लगी थी.

एशियन गेम्स में नेहा ने जीता सिल्वर मेडल  

नेहा के पिता मुकेश ठाकुर को तैराकी का काफी अनुभव है. उन्होंने अपनी बेटी को ट्रायल के दौरान हाटपीपल्या क्षेत्र में बने छोटे डैम और कुएं में तैराकी की काफी ट्रेनिंग करवाई. नेहा के पिता मुकेश ने बताया कि नेहा को खेल में जाने के लिए उसके अंकल के लड़के विशाल सिंह ठाकुर ने प्रेरित किया था. विशाल पूर्व में वाटर सेलिंग में था और फिलहाल वह नेवी में है. नेहा के परिवार में उसके माता-पिता के साथ उसके दो छोटे भाई है. पिता खेती किसानी करते है साथ ही मां रीना गृहणी है और नेहा के दो छोटे भाई पढ़ाई कर रहे हैं.

नेशनल गेम्स में भी जीता है मेडल  

नेहा ने एशियन गेम्स के पहले कई नेशनल गेम्स में भाग ले चुकी हैं और साथ ही गोल्ड और सिल्वर मेडल प्राप्त कर चुकी हैं. साथ ही 2022 एशियन चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता और यूरोप चैम्पियनशिप में भी पदक जीता, उसके बाद दो वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी भाग लिया लेकिन वहां मेडल नहीं जीत पाई. लेकिन खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया.

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परिवार और गांव के लोग हैं बहुत खुश

नेहा के पिता ने खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा है कि परिवार और गांव के लोग बहुत खुश हैं. बेटी ने देश के लिए मेडल जीता. प्रधानमंत्री जी, गृह मंत्री और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी ट्वीट कर नेहा को बधाई दी. उन्होंने कहा कि उसकी इस सफलता का श्रेय मध्य प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को जाता है, जिन्होंने एशियन गेम्स के पहले नेहा की तीन माह तक ट्रेनिंग विदेशों में करवाई. इसका पूरा खर्च मध्य प्रदेश खेल विभाग ने उठाया. उन्होंने इस सफलता पर हमें फोन पर बधाई भी दी है. इसके अलावा नेहा के कोच जेएल यादव, नरेन्द्र सिंह राजपुत और अनिल शर्मा को इसका श्रेय जाता है, जिन्होंने विशेष सहयोग कर बेटी की प्रतिभा को निखारने में मदद की.

गांव आने पर किया जाएगा जोरदार स्वागत 

नेहा की मां रीना अपनी बेटी की इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं. मां का कहना है कि घर आने पर नेहा को उसकी पसंद का खाना दाल बाटी बनाकर उसे ख़िलाएंगी. वहीं गांव के सरपंच राजकुमार सिंह सेंधव का कहना है कि यह उनके छोटे से गांव के लिए गर्व की बात है. उनके गांव के किसान की बेटी ने देश को रजत पदक दिलाया है. एशियन गेम्स से लौटने के बाद उसका गांव में आने पर जोरदार स्वागत कर सम्मान किया जाएगा.

(शकिल खान की रिपोर्ट)

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