Fish Rate: मौसम सर्द होते ही दिल्ली के मछली बाजार में बढ़ गई भीड़, जानें गाजीपुर का मंडी भाव

Fish Rate: मौसम सर्द होते ही दिल्ली के मछली बाजार में बढ़ गई भीड़, जानें गाजीपुर का मंडी भाव

दिल्ली-एनसीआर में मछली की दो बड़ी मार्केट हैं जहां मछलियों की ज्या‍दातर वैराइटी बिकती हैं. जैसे गाजीपुर मंडी में हर रोज मछलियों की 40 से 45 वैराइटी बिकने आती हैं. वहीं डीडीए कम्यू्निटी सेंटर मार्केट में 25 से 28 वैराइटी बिकती हैं. लेकिन मछली के खरीदारों की सबसे ज्यादा भीड़ गाजीपुर में देखी जाती है. 

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नासि‍र हुसैन
  • नई दिल्ली,
  • Dec 25, 2023,
  • Updated Dec 25, 2023, 4:26 PM IST

हमारे देश में साल के 12 महीने मछली खाई जाती है. साउथ और नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में तो क्या गर्मी और क्या सर्दी जमकर मछली की खरीदारी होती है. मत्य्ापी और पशुपालन मंत्रालय के आंकड़ों पर जाएं तो देश में हर साल 160 लाख टन से भी ज्यादा मछली का उत्पादन होता है. 10 लाख टन झींगा अलग से. लेकिन उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में खासतौर पर सर्दियों के दौरान मछली ज्यादा खाई जाती है. वो भी फिश करी और फ्राई के तौर पर. यही वजह है कि दिल्ली-एनसीआर के सबसे बड़े मछली बाजार गाजीपुर में खरीदारों की भीड़ बढ़ने लगी है. दुकानदारों की मछली भी रोज के रोज ताजी बिक रही है. 

खासतौर पर उत्तर भारत की पहली पसंद रोहू, कतला, मृगाल, सिल्वर और कॉमन क्रॉप की डिमांड आज भी बनी हुई है. महंगी होने के बावजूद हिल्सा भी बिक रही है. बिना कांटे की मछली खानों वालों की पसंद सुरमई भी मार्केट में आ रही है. बाजार में सुरमई 600 से 650 रुपये किलो तक बिक रही है.

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रोहू-कतला और मृगाल की खूब आ रही है डिमांड 

फिश एक्सपर्ट की मानें तो दिल्ली-एनसीआर समेत यूपी, हरियाणा, राजस्थाान और पंजाब में रोहू मछली की खूब डिमांड रहती है. रोहू की डिमांड का हाल ये है कि 1.5 किलो से लेकर तीन-चार किलो तक का रोहू खूब बिकता है. फैट कम होने के चलते रोहू फ्राई करके भी खूब खाई जाती है. खासतौर से सर्दियों में फ्राई फिश खूब खाई जाती है. अगर 24 दिसम्बर के रेट पर जाएं तो छोटे साइज की रोहू 240 रुपये किलो के रेट से बिक रही है. गौरतलब रहे कि छह से सात दिन तक मछली के रेट में कोई खास अंतर नहीं आता है. 

रोहू के साथ कतला मछली भी खूब बिकती है. होटल-रेस्टोरेंट में भी रोहू-कतला की खूब सप्लाई है. स्माल साइज कतला भी रोहू के रेट यानि 240 रुपये किलो बिक रही है. फिश एक्सपर्ट का कहना है कि रोहू-कतला की तरह से ही मृगाल मछली है. गाजीपुर मंडी में इसका रेट मीडियम साइज की 240 रुपये किलो के हिसाब से बिक रही है. 

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1300 रुपये किलो बिक रही है हिल्सा 

फिश एक्सेपर्ट का कहना है कि वैसे तो मछली की कीमत लाखों में भी है. लेकिन बाजार में आमतौर पर बिकने वाली सबसे महंगी मछली हिल्सा मानी जाती है. एक दिन पहले गाजीपुर मंडी में हिल्सा की कीमत 1300 रुपये किलो थी. वहीं इंडियन व्हाइट झींगा 500 रुपये किलो बिक रहा है. वन्नामई झींगा 300 से 350 रुपये किलो तक बिक रहा है. एशिया की पहचान ब्लैगक टाइगर झींगा 400 रुपये किलो तक बिक रहा है. सिल्वछर और कॉमन क्रॉप मछली भी गाजीपुर मंडी में खूब आती है. छोटे साइज की सिल्वर क्रॉप 140 रुपये किलो बिक रही है तो इसी साइज की कॉमन क्रॉप 220 रुपये किलो के हिसाब से बिक रही है.   

 

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