Poultry: चिकन-ऐग का एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार ने पोल्ट्री फार्मर से मांगे सुझाव, पढ़ें डिटेल 

Poultry: चिकन-ऐग का एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार ने पोल्ट्री फार्मर से मांगे सुझाव, पढ़ें डिटेल 

पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की मानें तो साल 2022-23 में भारत ने वैश्विक बाजार में 6.65 लाख मीट्रिक टन पोल्ट्री प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट किया था. 57 से अधिक देशों को एक हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा के प्रोडक्ट‍ बेचे गए. डालर में इसकी कीमत 134.04 मिलियन थी. बीते साल ही 2021-22 के मुकाबले देश में 900 करोड़ अंडे और 25 करोड़ मुर्गों का ज्यादा उत्पादन हुआ है.  

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Poultry: चिकन-ऐग का एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार ने पोल्ट्री फार्मर से मांगे सुझाव, पढ़ें डिटेल पोल्ट्री फार्मर और दूसरे विभागों संग पोल्ट्री प्रोडक्ट के एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए चर्चा करतीं सचिव अलका उपाध्याय. फोटो क्रेडिट-पीआईबी

'पोल्ट्री सेक्टर कृषि का एक अभिन्न अंग है. ये प्रोटीन और न्यूट्रीशन की जरूरतों को पूरा करने में भी अहम भूमिका निभा रहा है. खास बात ये है कि जहां फसलों का हर साल 1.5 से दो फीसद की दर से उत्पादन बढ़ रहा है वहीं पोल्ट्री में आठ से 10 फीसद की दर से बढ़ोतरी हो रही है. बीते दो साल में पोल्ट्री सेक्टर ने एक बड़े सेक्टर के रूप में पहचान बनाई है. भारतीय पोल्ट्री सेक्टर ने चिकन और अंडा उत्पादन में देश को विश्व में एक खास पहचान दिलाई है. 

इसी सब को देखते हुए पशुपालन और डेयरी विभाग एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है.' ये कहना है विभाग की सेक्रेटरी अलका उपाध्याय का. पोल्ट्री सेक्टर समेत अन्य‍ विभागों से जुड़ी बैठक के दौरान उन्होंने एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए सुझाव मांगे हैं.

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पोल्ट्री सेक्टर ने एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए रखी ये बड़ी मांग 

पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इडिया के प्रेसिडेंट रनपाल डाहंडा ने किसान तक को बताया कि पोल्ट्री सेक्टर से भी कई लोगों को इस बैठक में बुलाया गया था. हमे खुशी है कि सरकार पोल्ट्री प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट बढ़ाने को लेकर कोशिश कर रही है. लेकिन हमारी केन्द्र सरकार और विभाग से एक खास और बड़ी मांग ये है कि इंटरनेशनल मार्केट में सस्ता प्रोडक्ट बेचने के लिए सरकार हमे अच्छी गुणवत्ता वाला और सस्ता फीड उपलब्ध कराए. मक्का-सोयाबीन के बढ़ते रेट और उसकी कमी के चलते पोल्ट्री सेक्टर कई बड़ी परेशानियों से जूझ रहा है. अमेरिका और ब्राजील के मुकाबले हमारे यहां फीड के रेट बहुत ज्यादा हैं. ये बात हमने बैठक में भी रखी है. जिस पर विभाग ने जल्द ही इस समस्या का हल खोजने की बात कही है. 

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प्रोडक्ट जांच में फेल ना हों इसलिए बनाए जा रहे कंपार्टमेंट

बैठक के दौरान अलका उपाध्याय ने बताया कि विभाग ने हाल ही में एवियन इन्फ्लुएंजा फ्री की स्व-घोषणा प्रस्तुत की है. एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए विभाग ने देश में 33 पोल्ट्री कंपार्टमेंट को एवियन इन्फ्लूएंजा फ्री माना है. विभाग ने वैधता के आधार पर विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (WOAH) को भी अधिसूचित किया है. इसी के चलते 13 अक्टूबर, 2023 को एवियन इन्फ्लूएंजा फ्री की स्व-घोषणा को WOAH द्वारा अनुमोदित किया गया था. इसके अलावा, विभाग ने पिछले वर्षों में चारे की कमी की समस्या को हल करने के लिए पहल की है. साथ ही विभाग ने पोल्ट्री प्रोडक्ट के खिलाफ कोविड काल के दौरान देश भर में फैली भ्रामक सूचनाओं का मुकाबला करने के लिए भी कदम उठाए हैं. 

 

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