बागवानी महोत्सव-सह-प्रतियोगिता का समापन, 388 चयनित प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र के साथ मिला पुरस्कार

बागवानी महोत्सव-सह-प्रतियोगिता का समापन, 388 चयनित प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र के साथ मिला पुरस्कार

बिहार की राजधानी पटना में आयोजित बागवानी महोत्सव में प्रधान सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार, डॉ. बी. राजेन्दर द्वारा 26 फरवरी को बागवानी महोत्सव-सह-प्रतियोगिता का समापन किया गया.

बागवानी महोत्सव में चयनित प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र के साथ मिला पुरस्कारबागवानी महोत्सव में चयनित प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र के साथ मिला पुरस्कार
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 27, 2023,
  • Updated Feb 27, 2023, 9:12 AM IST

बिहार की राजधानी पटना में आयोजित बागवानी महोत्सव में प्रधान सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार, डॉ. बी. राजेन्दर द्वारा 26 फरवरी को बागवानी महोत्सव-सह-प्रतियोगिता का समापन किया गया. इस अवसर पर उन्होंने विजेता किसानों, संस्थाओं के बीच पुरस्कार का वितरण भी किया. इस दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन 25 और 26 फरवरी तक कृषि विभाग के उद्यान निदेशालय द्वारा वीर कुँवर सिंह पार्क, पटना में किया गया. प्रधान सचिव, ने कृषि विभाग को बागवानी महोत्सव के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि 14 वर्गों के विभिन्न 138 शाखाओं के तहत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के आधार पर प्रदर्श आमंत्रित किये गये हैं, जिसमें राज्य के 38 जिलों से कुल 7837 प्रदर्श के साथ 1216 किसान भाग लिए.

प्रतिभागियों द्वारा प्रदर्शित विभिन्न वर्गों के विभिन्न शाखाओं का मूल्यांकन वैज्ञानिकों की कमिटी द्वारा की गई और प्रत्येक वर्ग के प्रत्येक शाखा में तीन बेहतर प्रदर्शन करने वाले किसानों और कलाकारों को पुरस्कृत किया गया. चयनित 130 प्रतिभागियों को पहला, 130 प्रतिभागियों को दूसरा और 128 प्रतिभागियों को तीसरा अर्थात कुल 388 चयनित प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र के साथ स्थान के हिसाब से 5,000 रुपये, 4,000 रुपये और 3,000 रुपये दिया गया. तथा विभिन्न श्रेणियों में 30 पुरस्कार पाने वाले चन्द्रशेखर सिंह, जो भागलपुर के रहने वाले थे उनको इस बागवानी महोत्सव में आयोजित प्रतियोगिता मे सर्वश्रेष्ठ बागवान घोषित किया गया और उन्हें प्रमाण-पत्र, मोमेन्टो के साथ 10,000 रुपये का विशिष्ट पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया. इस प्रकार विजेता किसानों के बीच कुल 15,64,000 रुपये पुरस्कार के रूप में डी0बी0टी0 के माध्यम से उनके खाते में सीधे दिया गया.

30 पुरस्कार पाने वाले चन्द्रशेखर सिंह

उन्होंने आगे बताया कि 10,000 किसानों और आम जनों द्वारा इस दो दिवसीय महोत्सव का भ्रमण किया गया. इस महोत्सव के आम जन तथा किसानों द्वारा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, चण्डी, नालंदा और देसरी, वैशाली द्वारा उत्पादित सब्जियों और फलों के पौध सामग्री को खरीदा. विगत दो दिनों में कुल 46 हजार मूल्य के पौध सामग्रियों की बिक्री हुई. उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में कृषि विभाग, असम सरकार, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ, केन्द्रीय औषधीय एवं सगंधीय पौधा संस्थान, लखनऊ ने भाग लिया. उन्होंने बताया कि राज्य के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, चण्डी, नालन्दा और देसरी, वैशाली, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम, पटना, वेजफेड, पटना, जीविका, बिहार, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर, खाद्य प्रसंस्करण निदेशालय, उद्योग विभाग, बिहार सरकार के अलावे राज्य के 38 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमी अपने उत्पाद के साथ भाग लिए.

पहले स्थान वाले प्रतिभागी पुरस्कार लेते हुए

उद्यान और उससे संबंधित कुल 50 स्टॉल भी महोत्सव में लगाया गया. उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में सामान्य रूप से उत्पादित फल, फूल, सब्जी के अलावे पॉली हाउस में उत्पादित सब्जी, (शिमला मिर्च, चेरी टमाटर, सीड्लेस खीरा) यूरोपियन सब्जी (ब्रोकली, रेड कैबेज), मशरूम, मखाना, विशिष्ट फल (स्ट्रॉबेरी, डेगन फ्रूट, रसभरी मकोई) घर की बनी फल और सब्जी प्रसंस्कृत सामग्री, शहद और पान को भी प्रमुखता देते हुए बागवानी महोत्सव में सम्मिलित किया गया.


इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव, कृषि विभाग डॉ॰ एन सरवण कुमार, उद्यान निदेशक नन्द किशोर, निदेशक, बामेती आभांशु सी जैन, संयुक्त निदेशक, उद्यान राधा रमण, उप निदेशक, उद्यान डॉ॰ राकेश कुमार, कृषि वैज्ञानिकगण सहित विभागीय पदाधिकारी और कर्मचारीगण तथा बड़ी संख्या में राज्य के सभी जिलों से आये किसान और आगन्तुक मौजूद रहे.

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