केंद्र सरकार ने गुणवत्ता और पशु आनुवांशिकी से लेकर स्वास्थ्य व सुरक्षा नियमों के मानकों पर नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) डेयरी सर्विसेज के महाराष्ट्र के राहुरी सीमेन स्टेशन को भारत का नंबर सेंटर घोषित किया है. हाल ही में भारत सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग को केंद्रीय निगरानी इकाई (सीएमयू) ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 55 स्टेशनों की तकनीकी ऑडिट रपट जमा की थी. जिसमें राहुरी सीमेन स्टेशन को 97 अंक दिए गए और उसके बाद उत्तर प्रदेश का सलोन (एनडीएस का स्टेशन) का पशु बीजक केंद्र रहा, जिसे 95 अंक प्राप्त हुए. बता दें कि एनडीडीबी के अधीन सभी डेयरी आती हैं.
सीएमयू की रपट में कुल 9 स्टेशनों को 90 से ज्यादा अंक और 'ए' ग्रेड दिए गए. बाकी 7 में एनडीएस के दो स्टेशन (साबरमती आश्रम गौशाला, बिदाज, गुजरात और तमिलनाडु का अलमाड़ी सीमेन स्टेशन) शामिल है. इस लिस्ट में कर्नाटक सरकार एक एसएलबीटीसी हेस्सरघट्टा, धोनी में केरल सरकार का स्टेशन, पूर्णिया में बिहार सरकार का स्टेशन, उरालिकंचन (महाराष्ट्र) में बीआइएएफ का स्टेशन और बीएसएसआरसी, हिसार भी शामिल हैं.
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एनडीडीबी के चेयरमैन मीनेश शाह ने कहा कि यह हम सभी के लिए एक गर्व का विषय है और इससे हमें डेयरी किसानों के लिए और भी कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी. इसका श्रेय पशु विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों की टीम को जाता है, जो दुधारू पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने और घरेलू प्रजातियों के आनुवांशिकी बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं. एनडीडीबी डेयरी सर्विसेज के सीमेन स्टेशन न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में पेशेवरों द्वारा संचालित सर्वश्रेष्ठ सीमेन स्टेशन हैं.
ये स्टेशन कड़ाई से गुणवत्ता मानकों के साथ-साथ बीमारी-मुक्त सीमेन के उत्पादन के लिए जैव-सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन करते हैं. सीएमयू की मूल्यांकन रपट और हमारे स्टेशनों को प्राप्त अंक हमारी प्रक्रिया और विशेषज्ञता की पुष्टि करते हैं. एनडीएस स्टेशनों के पास 35 प्रजाति के लगभग 1,800 बैल हैं, जिनकी कुल मिलाकर 5.2 करोड़ सीमेन खुराकें मूल्यांकन अवधि (2022-23) में बेची गईं. साथ ही, ये 'इन वीवो' और 'इनविट्रो' भ्रूण उत्पादन और स्थानांतरण में भी सक्रिय रूप से शामिल हैं.
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