यूपी के संभल जिले में गन्ने से लदी ट्रैक्टर ट्रॉली की लाइन में खड़े ट्रैक्टर पर सवार ग्रामीणों के साथ चीनी मिल के बाउंसर की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है. जहां लाइन में खड़े ट्रैक्टर ट्रॉली को ग्रामीणों ने जब आगे बढ़ाया तो आधा दर्जन बाउंसरों ने किसानों को लाठियों से पीटकर घायल कर दिया. हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल किसानों को लहूलुहान हालत में अस्पताल पहुंचाया. लेकिन तीन किसानों की हालत गंभीर होने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया.
पुलिस ने गुंडागर्दी करने वाले आधा दर्जन बाउंसरों के खिलाफ मामला दर्ज कर दो बाउंसरों को गिरफ्तार कर लिया है और फरार बाउंसरों की तलाश शुरू कर दी है. चीनी मिल के बाउंसरों द्वारा किसानों को दौड़ाने और लाठियों से पीटने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
दरअसल, संभल जिले में गन्ना किसानों के साथ चीनी मिल के बाउंसरों की गुंडागर्दी का मामला बनियाठेर थाना क्षेत्र के मझावली गांव के पास मुरादाबाद आगरा हाईवे पर स्थित वीनस शुगर मिल का है. जहां चीनी मिल पर गन्ने से लदी ट्रॉलियां लेकर किसान लंबी-लंबी कतारों में खड़े थे. बताया जा रहा है कि इस दौरान चीनी मिल से जेसीबी निकालने में दिक्कत होने पर लाइन में खड़े किसान ने अपने ट्रैक्टर ट्रॉली को आगे-पीछे कर रास्ता देने की कोशिश की, तभी वहां तैनात मिल के बाउंसर चीनी मिल ट्रैक्टर ट्रॉली पर सवार ग्रामीणों से बातचीत करने लगा और गाली-गलौज करने लगे.
जब ट्रैक्टर ट्रॉली पर सवार किसानों ने इकट्ठा होकर बाउंसरों की अभद्रता का विरोध किया तो विवाद बढ़ गया और फिर चीनी मिल के बाउंसर गुंडागर्दी पर उतर आए. आरोप है कि इस दौरान मौके पर किसानों की भारी भीड़ भी जमा हो गई और चीनी मिल के आधा दर्जन बाउंसरों ने किसानों को लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटा. चीनी मिल के बाहर हंगामे की सूचना मिलने पर बनियाठेर थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो मारपीट करने वाले बाउंसर मौके से भाग गए. जिसके बाद मौके पर लहूलुहान पड़े आधा दर्जन घायल किसानों को पुलिस तुरंत चंदौसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची. तीन किसानों की हालत गंभीर देख डॉक्टर ने उन्हें प्राथमिक उपचार देकर तत्काल हायर सेंटर रेफर कर दिया.
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शुगर मिल के बाउंसर के द्वारा गुंडई की जानकारी मिलते ही चंदौसी सर्कल के सीओ डॉ प्रदीप कुमार भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली है. वहीं किसानों ने शुगर मिल के बाउंसर के द्वारा पैसे लेकर देरी से आने वाले ट्रैक्टर ट्रालियों को जल्दी ही अंदर घुसवाने का आरोप लगाया है. साथ ही चीनी मिल के बाउंसरों के द्वारा किसानों के साथ मारपीट करने का LIVE वीडियो भी वायरल हो गया है. हालांकि विवाद के बाद थाना पुलिस ने तहरीर लेकर मारपीट करने वाले शुगर मिल के आधा दर्जन बाउंसर को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है. साथ ही मारपीट करने वाले बाउंसरों की तलाश की जा रही है.
वही शुगर मिल के बाउंसर के द्वारा किसानों के साथ खुलेआम मारपीट करने की जानकारी मिलते ही गन्ना समिति के चेयरमैन भी चंदौसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. हालांकि मामला तूल पकड़ता हुआ देखकर अफसरों के निर्देश पर थाना पुलिस ने दो नामजद बाउंसरों को गिरफ्तार कर लिया है और फरार बाउंसर की पुलिस तलाश कर रही है.
गंभीर घायल किसान के परिजन का कहना है कि ट्रैक्टर ट्रॉली थोड़ी सी आगे बढ़ाई जाने को लेकर पहले चीनी मिल के बाउंसर ने गाली गलौज की. लेकिन जब उनसे मना किया गया तो उन्होंने लाठी डंडों और लोहे की रोड से मारपीट की है. इसमें पांच किसानों के चोट लगी है और तीन की हालत काफी खराब है. घायल किसान नरेश का कहना है कि किसान और बाउंसरों के बीच विवाद हो गया था. इसके बाद बाउंसर चले गए थे लेकिन बाद में जब गाड़ी लेकर आए तो उन्होंने किसानों के साथ खूब मारपीट की.
गन्ना समिति चेयरमैन का कहना है कि किसान का गन्ना 12 घंटे के अंदर खरीदकर वापस कर दिया जाए. लेकिन किसान 6-6 दिन में अपने घर वापस जा रहा है. इसे लेकर किसानों की चीनी मिल के बाउंसर से बहस हो गई, लेकिन उसने गुंडागर्दी दिखाते हुए किसानों को पीटना शुरू कर दिया. गुंडागर्दी करने के लिए मिल द्वारा नियुक्त बाउंसर पांच किसानों को बुरी तरह पीटा. फिलहाल चीनी मिल बंद हो चुकी है और हम आखिरी दम तक किसानों के साथ हैं लेकिन गुंडागर्दी नहीं होने देंगे. (अभिनव माथुर की रिपोर्ट)